छत्तीसगढ़ के जशपुर में फिल्म 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' की तरह एक नवविवाहिता की कहानी सामने आई है. दरअसल शादी से पहले वर पक्ष ने वधु पक्ष से अपने घर में शौचालय बनवाने का वादा किया था और शादी की तारीख नजदीक आने पर वधु पक्ष ने शौचालय बनवाने का अपना वादा दोहराया.
हालांकि शादी को एक साल पूरा हो जाने के बाद भी शौचालय नहीं बनवाया. शौचालय ना बनवाने को लेकर दोनों पक्ष में विवाद इतना बढ़ गया कि बहू अपने मायके वापस चली गई.
गौरतलब है कि जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखंड के रेंगाघाट निवासी 22 साल की मनोरमा की शादी गुणसागर शांडिल्य पिता अशोक कुमार के साथ 19 अप्रैल 2016 को हुआ था. मनोरमा के मुताबिक, जब उसके परिवार वाले ससुराल देखने गए तो वहां ईट और रेत का ढेर लगा था, जिसे दिखाते हुए उसके पति ने शादी के दो तीन माह पहले शौचालय बनवा लेने का वादा किया था, लेकिन साल भर बाद भी शौचालय नहीं बना.
मनोरमा का आरोप है कि शौचालय की कमी की वजह से उन्हें गांव की कुछ और महिलाओं के साथ 1 किलोमीटर दूर खुले में शौच के लिए जाना पड़ता था. आखिरकार लंबे इंतजार के बाद उसे अपने ससुराल से मायके लौटना पड़ रहा है.
हालांकि अपने पति का घर छोड़ने से पहले मनोरमा ने जशपुर जिले की कलेक्टर डॉ. प्रिंयका शुक्ला से मुलाकात कर अपने पति और उनके परिजनों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है.