छत्तीसगढ़ के बस्तर में रहने वाले एक युवक ने सरकारी अस्पताल के बाहर एक चाय की दुकान खोली है. इसका नाम उसने रखा है 'डॉक्टर चाय वाला'. अशोक जायसवाल नाम का युवक चाय बनाकर बेचता है. साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त में दवा भी दिलाता है. वह गर्भवती महिलाओं को दूध, गर्मपानी की व्यवस्था भी फ्री में करता है.
अशोक ने बताया कि वह शहर के महारानी अस्पताल के सामने वे 2015 से अपनी चाय की गुमटी चला रहे हैं. चायवाला के नाम से मशहूर 30 साल का अशोक जयसवाल उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद के रहने वाला है. वह 2004 में जगदलपुर आया था.
इस दौरान उसने अस्पताल के सामने चाय की दुकान शुरू की. धीरे-धीरे उनका कारोबार बढ़ता गया. अशोक हर माह 30 से 40 हजार रुपये चाय बेचकर कमाने लगा. फिर अपनी आमदनी से कुछ पैसे बचा कर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद करने लगा.
1500 रुपये की दवा मुफ्त दिलाते हैं अशोक
अशोक ने अपनी दुकान पर एक बोर्ड भी लगवाया है, जिसमें उसने लिखवाया है कि किसी भी प्रकार के जरूरतमंद मरीजों के लिए वह 1500 रुपये तक की दवा अपने खर्चे पर दिला देंगे. इसके अलावा बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं और बच्चों के लिए दूध के पैसे नहीं लेंगे.
अशोक ने बताया कि जब वह छोटे थे, तब उनकी नानी उन्हें डॉक्टर कहकर पुकारा करती थी. वह डॉक्टर तो नहीं बन पाए, लेकिन अपनी चाय की गुमटी का नाम डॉक्टर चायवाला रखा. अशोक द्वारा सार्वजनिक प्याऊ भी चलाया जाता है.
अशोक की पैरवी पर डॉक्टर भी मरीजों की करते हैं मदद
अशोक के चाय के ठेले पर लोग शहर के कोने-कोने से चाय पीने आते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अशोक की चाय पीने की सबसे बड़ी वजह यह भी है कि वह आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद करता है. अशोक के इस प्रयास की हर तरफ जमकर तारीफ हो रही है.
निशुल्क दवाई वितरित करने के लिए उन्होंने बकायदा महारानी अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क किया. डॉक्टरों की सिफारिश पर अशोक गरीब और असहाय मरीजों को अपनी ओर से निशुल्क दवाई मुहैया करवा देते हैं.