छत्तीसगढ़ विधानसभा में बापू को शराब विरोधी अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने को लेकर विपक्ष ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया. वे बापू को ब्रांड एंबेसडर बनाने वाले पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
हंगामे के कारण अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी. इस मुद्दे पर चर्चा की इजाजत नहीं दिए जाने से नाराज कांग्रेस विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया.
प्रश्नकाल के बाद धरमजीत ने इस प्रकरण पर स्थगन कर चर्चा कराने की मांग की. अध्यक्ष के अनुमति न देने पर भी सदस्य बोलते रहे. तब अध्यक्ष ने कहा कि यह सब रिकॉर्ड में नहीं आएगा.
विधायक मोहम्मद अकबर समेत कई सदस्य एक साथ खड़े होकर बोलने लगे. सदन में शोर होने लगा. स्पीकर ने सबसे बैठने का आग्रह किया. सदस्यों के शांत नहीं होने पर कौशिक ने सदन की कार्यवाही पहले 5 मिनट के लिए और फिर 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी.
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने अध्यक्ष से चर्चा की अनुमति देने का निवेदन किया, लेकिन वे टस से मस नहीं हुए. उन्होंने कहा कि स्थगन की गंभीरता को सदस्य जानते हैं.
ऐसी कोई परिस्थिति नहीं है कि स्थगन लाया जाए. सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद अकबर ने यह कहते हुए सदन से बहिर्गमन का ऐलान किया कि इस विषय पर सरकार की ओर से वक्तव्य आना चाहिए था. इसके बाद नारे लगाते हुए विपक्षी विधायक सदन से उठ कर चले गए.