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रायगढ़ के स्कूलों में हाथि‍यों का उत्पात, 360 विद्यालयों ने बदला अपना समय

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हाथियों के दहशत के चलते 360 सरकारी स्कूलों के समय में तब्दीली कर दी गई है. अब ये स्कूल देर से खुलेंगे और जल्द बंद हो जाएंगे. जानिये क्या है पूरा मामला...

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रायगढ़ के स्कूलों में हाथि‍यों का उत्पात
रायगढ़ के स्कूलों में हाथि‍यों का उत्पात

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छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हाथियों के दहशत के चलते 360 सरकारी स्कूलों के समय में तब्दीली कर दी गई है. अब ये स्कूल देर से खुलेंगे और जल्द बंद हो जाएंगे.

दरअसल हाथियों के झुंड स्कूलों में भी घुस रहे हैं. स्कूलों के मैदानों में लगे फल फूल के पौधों को खाने के लिए हाथियों का झुंड चला आ रहा है. इससे स्कूली बच्चो के लिए खतरा पैदा हो गया है. इसे देखते हुए रायगढ़ जिले की कलेक्टर ने प्रभावित इलाकों के 360 स्कूलों में सुबह सात बजे से लेकर शाम पांच बजे तक चलने वाली कक्षाओं पर रोक लगा दी है. अब स्कूल सुबह नौ बजे खुलेंगे और शाम चार बजे बंद हो जाएंगे.

रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ और तमनार में लगभग डेढ़ सौ हाथी आ गए हैं. इन इलाकों में हफ्तेभर के भीतर आठ लोग हाथियों के हमले से मारे जा चुके हैं. वन विभाग ने लोगों को सतर्क किया है. लेकिन वक्त-बे-वक्त  ये हाथी ग्रामीण बस्तियों का रुख कर रहे हैं.

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हाथी स्कूलों में भी पहुंच रहे हैं. क्योंकि कई स्कूलों में मिड डे मिल भी तैयार होता है. चावल के पकने की खुशबू आने से हाथियों का झुंड उस ओर खींचा चला आता है. एक झुंड में लगभग पंद्रह से बीस हाथी होते हैं.

बेकाबू हाथियों को खदेड़ने के अलावा ग्रामीणों के पास और कोई चारा नहीं है. वन विभाग भी हाथियों के उत्पात को रोकने में नाकामयाब हो रहा है. इन इलाकों में हाथियों के लगातार हमले और ग्रामीणों की मौत से तनाव के हालात हैं. लोगों को अपने जान-माल की चिंता सता रही है.

वे परंपरागत तौर तरीकों से हाथियों को खदेड़ रहे हैं. कभी शोरगुल करके तो कभी पटाखों से होने वाले शोर से हाथियों का झुंड अपना रास्ता बदल लेता है. लेकिन शोरगुल थमने के बाद हाथियों का दल फिर उन्ही इलाकों का रुख कर लेता है. फिलहाल लोगों को अपने स्कूली बच्चों की चिंता सता रही है.

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