छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के हथखोज में पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान के लिए बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया. इस ऑपरेशन में 200 घरों की तलाशी ली गई और 21 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया.
एसपी जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर यह अभियान चलाया गया. पुलिस की 15 से ज्यादा टीमों ने हथखोज के इंडस्ट्रियल एरिया और नई बस्ती में तलाशी ली. इसमें जिला और नगर निगम प्रशासन की भी मदद ली गई.
रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान के लिए सर्च ऑपरेशन
इसके अलावा एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि कुछ संदिग्ध लोगों के पास स्थानीय और बाहरी आधार कार्ड मिले हैं. पूछताछ में पता चला कि ये लोग पिछले चार साल, दो साल, और छह महीने के अंदर यहां आकर बस गए हैं. उनकी पहचान और दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है.
कांग्रेस सरकार के पिछले शासनकाल में हथखोज क्षेत्र में अवैध बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों को बसाने के आरोप लगे थे. अब पुलिस इन आरोपों की जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि इस क्षेत्र में अवैध गतिविधियां न हों.
पुलिस ने 21 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ
एसपी ने कहा कि पुलिस अवैध रूप से रह रहे लोगों पर नजर बनाए हुए है और संदिग्धों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई करेगी. 21 संदिग्ध लोगों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है. सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है.