छत्तीसगढ़ में इस महीने की 29 तारीख से महिला उत्थान यात्रा की शुरुआत की जाएगी. यात्रा पद्मश्री सम्मान प्राप्त फूलबासन यादव के गांव से की शुरू होगी.
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि छत्तीसगढ़ में 29 नवम्बर से महिला उत्थान यात्रा की शुरुआत होगी. महिलाओं और बच्चों के कल्याण, उनकी सुरक्षा तथा उनमें आत्मविश्वास की भावना जागृत करने, जनसंख्या में स्त्री-पुरूष असंतुलन को कम करने, कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई को खत्म करने, कुपोषण की दर कम करने और बालिका शिक्षा के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए इसका आयोजन किया जा रहा है.
राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री लता उसेंडी ने बताया कि यात्रा की शुरुआत इस महीने की 29 तारीख को राजनांदगांव जिले के सुकुलदैहान गांव से की जाएगी. सुकुलदैहान महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत और पद्मश्री सम्मान प्राप्त फूलबासन यादव का गांव है, जो राज्य में महिला जागृति का प्रमुख केन्द्र बन गया है. उसेंडी ने बताया कि सुकुलदैहान से जिला मुख्यालय राजनांदगांव तक 10 किलोमीटर की पद यात्रा के साथ इस यात्रा की शुरूआत होगी.
उसेंडी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में विगत एक दशक की जनसंख्या में स्त्री-पुरुष अनुपात में कमी आई है. स्त्री-पुरुष अनुपात में असंतुलन को कम करने के लिए समाज में जागरुकता बढ़ाना भी यात्रा का एक प्रमुख उद्देश्य है. जनगणना वर्ष 2001 में जहां राज्य में प्रत्येक एक हजार पुरूषों की आबादी पर महिलाओं की संख्या 975 थी, वहीं वर्ष 2011 की जनगणना में महिलाओं की संख्या प्रति एक हजार पुरूषों पर 11 कम होकर 964 रह गई है.
यात्रा के दौरान समाज और परिवार में बालिकाओं के संरक्षण, उन्हें बराबरी का दर्जा दिलाने और उनकी शिक्षा के प्रति जनचेतना बढ़ाने का भी प्रयास किया जाएगा.
मंत्री ने बताया कि यात्रा में कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ भी जनता को जागरूक करने के लिए संदेश दिए जाएंगे. इसके अलावा राज्य शासन द्वारा महिलाओं के हित में संचालित विभित्र योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी.
महिला उत्थान यात्रा अलग-अलग चरणों में राज्य के हर जिले में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. जिले के एक निश्चित स्थान से शुरू होकर यह यात्रा जिला अथवा ब्लाक मुख्यालय में समाप्त होगी.