बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद के NDA के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित होते ही छत्तीसगढ़ के सात सांसदों और बीस विधायकों को फ़ौरन दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय में उपस्थित होने के निर्देश मिले हैं. ये सभी कोविंद के नामांकन फॉर्म में हस्ताक्षर कर प्रस्तावक और समर्थक बनेंगे.
प्रस्तावक के तौर पर हस्ताक्षर करने वाला शख्स समर्थक के तौर पर हस्ताक्षर नहीं कर सकेगा. सन 1977 में हुए एक सविधान संशोधन के तहत राष्ट्रपति चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रस्तावक और 50 समर्थकों के हस्ताक्षर की जरूरत होगी. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने सांसदों और विधायकों को दिल्ली तलब किया है.केंद्रीय मंत्री वैंकया नायडू के बुलावे के बाद सांसदों और विधायकों को नियमित विमान से दिल्ली रवाना किया गया. बीस विधायकों को दो समूहों में विभाजित किया गया है. एक समूह छत्तीसगढ़ विधायक दल के सचेतक शिवरतन शर्मा के नेतृत्व में रवाना हुआ तो दूसरा छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के चेयरमैन विधायक संतोष बाफना की अगुआई में.