छत्तीसगढ़ की राजधानी में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए सड़क के बीच में लगीं देश के कई महापुरुषों की प्रतिमाएं किनारे कर दी गई हैं, पर कालीबाड़ी चौक पर इंदिरा गांधी की प्रतिमा अब तक सड़क के बीच लगी हुई है. इस कारण ट्रैफिक जाम होता है, मगर सियासी बवाल की आशंका से किसी को उसे हटाने की हिम्मत नहीं पड़ रही है.
शहर के कालीबाड़ी चौक में सुबह से लेकर शाम तक ट्रैफिक का काफी बुरा हाल रहता है. एक तो यहां पर टैक्सी स्टैंड के कारण यातायात का दबाव बहुत ज्यादा है, ऊपर से स्कूलों के कारण हर समय जाम की स्थिति रहती है. सबसे ज्यादा परेशानी का सामना तब करना पड़ता है जब सुबह के समय स्कूल लगता है और शाम को स्कूल की छुट्टी होती है.
चौक के पास में ही गर्ल्स डिग्री कॉलेज के साथ, दानी, कालीबाड़ी और महंत लक्ष्मीनारायण स्कूल हैं. कई बार यहां पर स्कूली विद्यार्थियों के साथ दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.
नगर निगम ने पुलिस अधीक्षक के एक पत्र को तरजीह देते हुए इंदिरा गांधी की प्रतिमा से लगे डिवाइडर को अप्रैल 2012 में ठीक जरूर कराया था. यह डिवाइडर महिला थाने की तरफ से पहले तिरछा आ रहा था जिस कारण बहुत ज्यादा ट्रैफिक जाम की स्थिति रहती थी, इसे सीधा किया गया है, लेकिन इसके बाद भी ट्रैफिक में सुधार नहीं हुआ है.
राजधानी रायपुर में कई स्थानों पर देश के महापुरुषों की प्रतिमाएं लगीं थीं जिनको सड़क से किनारे किया गया है. ऐसी प्रतिमाओं में शास्त्री चौक से लालबहादुर शास्त्री, आजाद चौक से महात्मा गांधी, स्टेशन रोड से सुभाचंद्र बोस, वीआईपी रोड से दुर्गावती, महिला थाने के सामने से मधुसुदन दास, एसआरपी चौक शंकरनगर से शहीद भगत सिंह, तेलीबांधा रविग्राम से सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमाएं शामिल हैं.
कोई प्रतिमा सड़क पर बाधा न बने, इस बात को ध्यान में रखते हुए ही शारदा चौक में श्यामाप्रसाद मुखर्जी, तेलीबांधा रिंग रोड में दीनदयाल उपाध्याय और अंबेडकर चौक में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं को पहले ही किनारे लगा दिया गया है.