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Women's Day 2022: छत्तीसगढ़ में महिलाओं ने शुरू की धुमाल पार्टी, सशक्तिकरण से लेकर रोजगार सृजन तक के लिए मददगार

Dhumal Party: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के मौके पर छत्तीसगढ़ के रायपुर में समता सैनिक दल की पहली महिला बैंड धुमाल पार्टी की शुरुआत की जा रही है. इस बैंड में शामिल महिलाएं जिस राज्य की शादियों या कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी वह उस राज्य के वेशभूषा के साथ धुमाल बजाएंगी.

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mahila dhumal party
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • ग्रामीण और आदिवासी महिलाओं को मिलेगा रोजगार
  • अपने अधिकारों के प्रति हो पाएंगी जागरुक

Mahila Dhumal Party: महिलाएं अब हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही हैं. डॉक्टरी से लेकर बिजनेस तक के क्षेत्र में महिलाएं अपना ऊंचा मुकाम बना रही हैं.  वह नए-नए स्टार्टअप भी शुरू कर रही हैं. साथ ही अपने अलावा अन्य महिलाओं के लिए भी बेहतर अवसर प्रदान कर रही हैं. ऐसा ही एक प्रयोग छत्तीसगढ़ में भी किया जा रहा है.

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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022 के मौके पर छत्तीसगढ़ के रायपुर में समता सैनिक दल की पहली महिला बैंड धुमाल पार्टी की आधिकारिक शुरुआत की जा रही है. इस बैंड में शामिल महिलाएं जिस राज्य की शादियों या कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी वह उस राज्य के विशेष वेशभूषा के साथ धुमाल बजाएंगी.

समता सैनिक दल की महासचिव वैशाली रंगारी कहती हैं कि हमारे राज्य में ज्यादातर महिलाएं नौकरीपेशा नहीं हैं. वह घर का ही काम देखती हैं. उनको आगे बढ़ने का कभी मौका नहीं मिलता है. यही वजह है उनमें खुद को लेकर विश्वास की भी कमी होती है. इन महिलाओं को ऐसी स्थितियों से बाहर निकालने के लिए हमने महिला बैंड धुमाल पार्टी की शुरुआत की है. इससे ना केवल ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि वह अपने मुद्दों और अधिकारों के बारे में अधिक समझ रख पाएंगी. साथ ही इसके माध्यम से हम महिलाओं के बीच समानता के अधिकारों के साथ अन्य मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने की पूरी कोशिश करेंगे.

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महिला धुमाल पार्टी ने अपने बैंड की शुरुआत इसी साल 26 फरवरी को शुरुआत की थी. इसके बाद से इस समूह से जुड़ी महिलाओं ने बैंड बजाने की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी. फिलहाल इस समूह से कुल 21 महिलाएं जुड़ चुकी हैं. समय बढ़ने के साथ-साथ इससे और महिलाएं भी जुड़ रही हैं. वैशाली रंगारी के अनुसार, अब उन्हें कई जगहों से ऑर्डर भी मिलने शुरू हो गए हैं.

वैशाली रंगारी कहती हैं कि इस वक्त उनके साथ सरकारी क्षेत्रों में काम करनी वाली महिलाएं भी शामिल हैं. इन महिलाओं के साथ आने से ग्रामीण और आदिवासी महिलाओं में रूझान बढ़ेगा और इसके साथ जुड़ेंगी. वह आगे कहती हैं हम इस बैंड पार्टी को आने वाले वक्त में पूरे राज्य फिर देश में प्रसार करने की कोशिश करेंगे. इसके अलावा हम उन महिलाओं को भी साथ में लाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें समाज पीछे छोड़ चुका है.

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