छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के बीजेपी नेता और पूर्व विधायक विजय अग्रवाल के बेटे भरत अग्रवाल के व्यवसायिक ठिकानों पर गुरुवार को आयकर विभाग ने छापा मारा. रायगढ़ के अलावा रायपुर और मुंबई स्थित कार्पोरेट ऑफिस और बंगलों में करीब सौ अफसरों ने एक साथ दबिश दी. बताया जा रहा है कि मामला बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी और फर्जी कंपनियों से जुड़ा है.
आयकर की टीम ने दस्तावेज किए बरामद
जानकारी के मुताबिक बीजेपी नेता के बेटे भरत अग्रवाल की 20 से अधिक रजिस्टर्ड फर्म हैं. ज्यादातर फर्म कोयले के कारोबार से जुड़ी हैं. इसके अलावा ट्रांसपोर्ट और रेलवे साइडिंग का व्यवसाय अलग है. आयकर की टीम को भरत अग्रवाल के निवास से 16 लाख नकद और भारी मात्रा में हीरे और सोने के जेवरात मिले हैं. आयकर की टीम उनकी बुक्स से कैश और ज्वेलरी का मिलान करने में जुटी है. आयकर की टीम ने बड़ी तादाद में लेन-देन के कच्चे दस्तावेज बरामद किए हैं.
रायपुर, रायगढ़, मुंबई और कोलकाता में एक साथ दबिश
भारत कोल वैनिफिकेशन एंड पॉवर लिमिटेड के दफ्तर में भी आयकर अधिकारियों ने डेरा डाला है. आयकर अधिकारियों को दो ऐसी कंपिनयों के दस्तावेज मिले हैं, जो पहले कोलकाता में संचालित की जाती थीं, फिर उन्हें छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के गुमनाम पता ठिकानों में स्थानतरित किया गया. तीन लॉकर के दस्तावेज भी मिले हैं. इसमें मुंबई, बेंगलुरु और एक रायगढ़ के बैंक का है.
फर्जी कंपनियों के दस्तावेजों का मिला ब्यौरा
नाम न उजागर करने की शर्त पर आयकर विभाग के एक अफसर ने बताया कि बीजेपी नेता और उनके पारिवारिक सदस्यों के कारोबार का बड़ा हिस्सा कैश में संचालित हो रहा था. इसके चलते टैक्स की चोरी हो रही थी. फिलहाल छापे की कार्रवाई आने वाले 24 घंटे तक जारी रहेगी क्योंकि आयकर टीम को भारी मात्रा में फर्जी कंपनियों के दस्तावेज और लेन-देन का ब्यौरा मिला है.