Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के पिहरिद में गहरे बोरवेल के अंदर फंसे दस साल के राहुल को 96 घंटे हो चुके हैं. राहुल को बचाने का अभियान लगातार पांचवें दिन भी जारी है. 96 घंटे से अधिक समय से प्रशासन की 12 टीमें लगी हुई हैं. जिला कलेक्टर ने आजतक को बताया कि राहुल अभी ठीक है, लेकिन देरी होने के चलते चिंता बढ़ गई है. टनल का काम पूरा हो चुका है और जल्द राहुल को निकाल लिया जाएगा.
जानकारी के अनुसार, ग्राम पिहरिद में राहुल बीते शुक्रवार की दोपहर करीब 3 बजे अपने ही घर के आंगन में खुले बोरवेल के खड्डे में गिर गया था. तब से लेकर आज तक उसको बचाने के लिए सेना, NDRF और रोबोटिक टीम के साथ-साथ जिला प्रशासन व पुलिस टीम लगी हुई हैं. इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर से फोन पर चर्चा कर बचाव कार्य की जानकारी ली थी और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए थे.
बोरवेल में 60 फीट की गहराई में फंसे राहुल साहू को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू चल रहा है. मुख्यमंत्री ने कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला को वीडियो कॉल कर इस पूरे मामले की जानकारी ली थी. इसके साथ ही राहुल के परिजनों से भी बात की थी. इस रेस्क्यू को लेकर गुजरात के सूरत से रोबोट भी मंगाया गया था. रेस्क्यू में रोबोट की भी मदद ली जा रही है. रेस्क्यू के दौरान वाकी टाकी से मार्गदर्शन दिया जा रहा है. कलेक्टर के अनुसार, हर सावधानी बरतने के साथ-साथ राहुल के साथ भी संपर्क बनाकर रखा गया है, ताकि उसको कोई नुकसान न पहुंचे.
कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि देर रात आंधी-तूफान से भी कुछ देर काम प्रभावित हुआ, लेकिन रात से ही NDRF और रोबोटिक टीम काम में जुटी हुई है. अभी तक बच्चा ठीक है. कल राहुल ने जूस पीने के साथ-साथ फल भी खाया था, लेकिन लगातार बोरवेल के अंदर रहने से वो काफी कमजोर हो गया है. कलेक्टर ने इस बात को माना और कहा कि बोरवेल के अंदर पानी का भराव होने से खतरा है, लेकिन बचाव दल इस पर निगरानी रखने के साथ-साथ ये भी देख रहा है कि कहीं खुदाई की मिट्टी से राहुल को दी जा रही ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित न हो.
(रिपोर्टः नरेश शर्मा)