छत्तीसगढ़ में सलमा सुल्ताना की तरह एक और लव स्टोरी के दर्दनाक अंत की खौफनाक कहानी सामने आई है. तीन साल पहले एक लड़की गायब होती है. इस पर परिवार शिकायत दर्ज कराता है. मगर, बेटी का कोई पता नहीं चलता है. हत्यारा पुलिस के साथ 3 साल तक आंख मिचौली का खेल खेलता रहा. हालांकि, जब वो पकड़ में आया और सच कुबूला तो लोग ही नहीं पुलिस भी हैरान रह गई.
बात 11 जनवरी 2021 की है. केउबहार गांव के निर्मल बड़ा की बेटी एम्मा बड़ा ने लेंमरू थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उसने बताया था कि छोटी बहन असीमा बड़ा (20 साल) 10 अक्टूबर 2020 से लापता है. वो कोरबा जाने की बात कहकर घर से निकली थी. इस पर पुलिस ने 11 जनवरी 2021 को गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश और मामले की जांच की. मगर, कोई सुराग नहीं मिला.
बीते दिनों पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने सभी थाना प्रभारियों को गुमशुदगी के लंबित मामलों में जांच के निर्देश दिए थे. इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के सुपरविजन में असीमा के मामले की जांच शुरू हुई. इसके लिए एक टीम बनाई गई.
इसमें उप पुलिस अधीक्षक बेनेडिक्ट मिंज और नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रॉबिंसन गुड़िया, थाना प्रभारी लेमरू जितेंद्र यादव और साइबर सेल प्रभारी अजय सोनवानी शामिल थे. टीम ने असीमा के मामले में नए सिरे से पूछताछ की. इस दौरान पुलिस के हाथ बड़ा सुराग लगा. असीमा की लव स्टोरी सामने आई.
यह भी पता चला कि लापता होने के समय वो प्रेग्नेंट थी. उसके प्रेमी अनसेलम लकड़ा ने एक कंपाउंडर से प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया था और गर्भपात कराने की दवा भी ली थी. इस जानकारी पर अनसेलम के द्वारा दिए गए पहले के बयान भी देखे गए. पता चला कि असीमा के गर्भवती होने की बात को छुपाया गया था.
इसके बाद पुलिस ने अनसेलम को से पूछताछ की. इस दौरान उसने असीमा की हत्या करने की बात कुबूल की. उसने पुलिस को बताया कि 9 अक्टूबर 2020 को उसने रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या की थी. शव को जंगल में खाई में फेंक दिया था.
आरोपी के बयान के आधार पर पुलिस ने टोपरघाट के जंगल लेंमरू श्यांग मार्ग में लाश के अवशेष (खोपड़ी, 5 हड्डियां), कपड़े, बाल, पायल आदि बरामद किए. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले में कोरबा पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि लड़के से हमने सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या करने के बात स्वीकार की.
बताते चलें कि बीते साल एक ऐसे ही हत्याकांड का खुलासा हुआ था. कोरबा के उपनगर कुसमुंडा की रहने वाली 18 साल की सलमा सुल्ताना साल 2018 में कुसमुंडा से कोरबा के लिए निकली थी. मगर, घर नहीं पहुंची. परिवार ने उसकी काफी तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला था.
जनवरी 2019 में परिवार ने कुसमुंडा पुलिस थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. मगर, पुलिस ने महज खानापूर्ति की थी. कुछ समय बाद आलाधिकारियों के निर्देश पर दोबारा जांच शुरू हुई तो पता चला कि उसकी हत्या कर दी गई थी. मामले का खुलासा बीते साल हुआ था. मतलब सच सामने आने में करीब 5 साल लगे.