कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक यह लॉकडाउन 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक यानी कुल 11 दिनों तक लागू रहेगा. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने आज तक से कहा कि अगर हालात नहीं सुधरते हैं तो रायपुर के अलावा और जिलों में भी लॉकडाउन लगाया जा सकता है.
ग्रामीण इलाकों में मेडिकल व्यवस्था को लेकर किये गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी काफी कुछ करना बाकी है, लेकिन शहरों से बढ़ने वाले कोरोना ने अगर ग्रामीण इलाकों को पकड़ा तो शायद हम अभी उतने तैयार नहीं हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि इस ओर सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है.
बता दें कि राज्य में मंगलवार को यहां 9,921 नए मामले सामने आए जबकि 53 लोगों की जान गई. अब तक राज्य में कोरोना के 3,86,269 मामले सामने आ चुके हैं और 4,416 लोगों की जान जा चुकी है. फिलहाल 52,445 मरीजों का इलाज चल रहा है.
दुर्ग में भी टोटल लॉकडाउन
इससे पहले शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में टोटल लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया था. छत्तीसगढ़ के दुर्ग के कलेक्टर के मुताबिक, जिले में अब 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक पूरी तरह से लॉकडाउन लागू रहेगा. लॉकडाउन के वक्त जो नियम थे, उन्हीं नियमों का पालन किया जाएगा. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ये सख्त फैसला लिया गया है.
एमपी से छत्तीसगढ़ आने जाने वाली बसों पर रोक
इस बीच मध्य प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ से आने-जाने वाली बसों पर रोक लगा दी है. ये पाबंदी 15 अप्रैल तक लागू रहेगी. इससे पहले एमपी ने महाराष्ट्र से भी आने-जाने वाली बसों पर पाबंदी लगा दी थी. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार (4 अप्रैल) को ही एमपी से लगने वाली महाराष्ट्र बॉर्डर को भी सील कर दिया था. इसके बाद से वहां से आने-जाने वाली बसों पर भी रोक लगी हुई है.
उसी दिन सीएम शिवराज ने चेतावनी दी थी कि अगर छत्तीसगढ़ में भी हालात बिगड़ते हैं, तो उसके साथ भी बॉर्डर सील किए जा सकते हैं.
तेजी से फैल रही है इस बार की लहर
लोकनायक अस्पताल (दिल्ली) के MD डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि कोरोना की यह लहर बहुत तेजी से फैल रही है. इसकी गति पहले से तेज है. पहले 60 साल से ऊपर के मरीज ज्यादा आ रहे थे. इस बार युवा, बच्चे और गर्भवती महिलाएं ज्यादा आ रहे हैं. हमने 1,000 बेड बढ़ा दिए हैं. ICU के भी 200 बेड बढ़ाए गए हैं.