लव जिहाद पर बनी बॉलीवुड फिल्म 'द केरला स्टोरी' की जैसी कहानी अब छत्तीसगढ़ से सामने आ गई है. रायगढ़ में हुई इस घटना के बाद पीड़िता के पिता, भाई और भाजपा की ओर से एक साझा बयान जारी कर पूरे घटना की जानकारी दी गई है. पीड़ित परिवार ने कहा कि यह पूरी तरह से लव जिहाद का मामला है.
धर्म विशेष के एक युवक ने खुद की पहचान और शादीशुदा होने की बात को छिपाकर उनकी बेटी को प्रेम के जाल में फंसाया. प्रेग्नेंट किया और उसे जब बच्ची पैदा हुई, तो 2 दिन बाद ही मासूम को गायब कर दिया. इतना ही नहीं जब दूसरी बार युवती प्रेग्नेंट हुई, तो गर्भपात के लिए दवा खिला दी. इससे गर्भ में पल रहे मासूम की मौत हो गई. इस दौरान युवती की तबीयत भी खराब हो गई और इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई.
हमें हर हाल में इंसाफ चाहिए- मृतका का भाई
मृतक युवती के भाई ने बताया कि अभी तक उनके साथ इंसाफ नहीं हुआ है. उन्हें हर हाल में इंसाफ चाहिए. पुलिस के ढुलमुल रवैया को देखते हुए हमने बीजेपी से न्याय के लिए सहायता मांगी है. पीड़ित परिवार का दावा है कि उसके पास मृतिका का वीडियो भी मौजूद है, जिसमें वह स्वयं कह रही है कि दानिश मुझे मार डालेगा और उसने मेरी बच्ची को मार डाला है.
पीड़ित परिवार के साथ आए भाजपा नेता
इसके अलावा अन्य प्रूफ भी पीड़ित परिवार के पास मौजूद हैं. बावजूद इसके पुलिस ने सिर्फ औपचारिक रूप से इस मामले को हल्के में निपटाने का काम किया है. इस मामले में पूर्व आईएएस और भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी के अलावा सांसद गोमती साय, भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल गोपाल भल्ला और भाजपा के अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता पीड़िता परिवार के साथ आ गए हैं.
रायगढ़ की सांसद गोमती साईं ने इस मामले को बेहद गंभीर बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि जिस तरह केरल स्टोरी है, कुछ ऐसा ही हाल जशपुर में भी आए दिन घटित हो रहा है. अब रायगढ़ से भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जो बेहद चिंताजनक है. एक हिंदू बेटी के साथ जिस तरह से लव जिहाद का किया गया. अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके लिए जिस स्तर पर भी लड़ाई लड़नी पड़ेगी, हम पीड़िता के परिवार के साथ मिलकर लड़ेंगे.
पीड़ित को परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता देने की मांग
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने छत्तीसगढ़ सरकार और हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की. साथ ही उन्होंने पीड़ित को परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दिए जाने की भी मांग की है.
ओपी चौधरी ने कहा कि केरला स्टोरी के बाद यह छत्तीसगढ़ के रायगढ़ की स्टोरी है. पुलिस इस पूरे मामले को बेहद हल्के ढंग से लिया है. आरोपी पर सिर्फ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में हत्या की धारा 302 सहित 311, 312 और 313 SC/ST एक्ट के अलावा निष्पक्ष जांच कर अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किए जाने की जरूरत है.
युवती को खिलाई थी गर्भपात करने की दवा
मृतका के परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी को अविवाहित बताकर 27 साल के दानिश खान ऊर्फ समीर हसन ने धोखे से प्रेम के जाल में फंसाया. उसे गर्भवती करने के बाद गर्भपात के लिए असुरक्षित तरीके से दवाई खिलाई. इससे उसकी तबीयत बिगड़ी और इलाज दौरान उसकी असमय मौत हुई है. पुलिस का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है.