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छत्तीसगढ़ चुनावों में होगा आधुनिक EVM का इस्तेमाल, पहली खेप पहुंची

छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने अन्य विभागों के कर्मियों और अफसरों के ट्रांसफर की सूची तैयार की है. जल्द ही इन विभागों में भी ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. ज्यादातर जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को राज्य सरकार पहले ही स्थानांतरित कर चुकी है.

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नई ईवीएम मशीनों की डिस्प्ले स्क्रीन काफी आकर्षक है
नई ईवीएम मशीनों की डिस्प्ले स्क्रीन काफी आकर्षक है

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छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं, यहां आधुनिक ईवीएम मशीनों की खेप पहुंच गई है. तीन साल से अधिक समय से एक ही स्थान में जमे करीब पांच सौ पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है. इसमें एडिशनल एसपी, सीएसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और एएसआई स्तर के पुलिसकर्मी शामिल हैं.

छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने अन्य विभागों के कर्मियों और अफसरों के ट्रांसफर की सूची तैयार की है. जल्द ही इन विभागों में भी ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. ज्यादातर जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को राज्य सरकार पहले ही स्थानांतरित कर चुकी है. ईवीएम के आने के बाद उन्हें अब तमाम जिलों के निर्वाचन कार्यालयों में भेजे जाने की तैयारी भी शुरू हो गई हैं. बता दें कि राज्य में नवंबर और दिसंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.

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निर्वाचन आयोग ने चुनावों वाले पांच राज्यों में से केवल छत्तीसगढ़ के लिए अति आधुनिक थर्ड जनरेशन की एम-3 श्रेणी की मशीनों से मतदान कराने का फैसला लिया गया है. इससे पहले ऐसी मशीनें सिर्फ गुजरात चुनाव में इस्तेमाल की गई थीं. अब इनका इस्तेमाल छत्तीसगढ़ में किया जाएगा. राज्य के 90 विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 25 हजार मतदान केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं. इनके लिए रिजर्व मशीनों के साथ करीब 35 हजार बैलेट यूनिट, 29 हजार कंट्रोल यूनिट और 32 वीवीपैट मशीनों का इंतेजाम किया जा रहा है.

छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईसी) ने भारत निर्वाचन आयोग को इसका पूरा ब्योरा भेजा है. बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य चुनाव आयोग की मांग पर निर्वाचन आयोग ने ईवीएम मशीनों की पहली खेप भेजी है. आयोग के मुताबिक राज्य में सबसे अधिक वोटरों की संख्या को देखते हुए ईवीएम मशीनों की जरूरत रायपुर जिले में है. इसके तहत 2700 बैलेट यूनिट, 2260 कंट्रोल यूनिट की पहली खेप रायपुर पहुंच चुकी है.

ऐसी है एम-3 श्रेणी की ईवीएम मशीनें

हाल ही में असम, गुजरात, गोवा, केरल, नागालैंड में हुए चुनावों में मशीनों की विश्वसनीयता पर उठे सवालों के बाद आयोग ने ईवीएम मशीनों में कई सुधार किए हैं. आयोग को उम्मीद है कि इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया हैदराबाद में बनाई गई ईवीएम मतदाताओं और तमाम राजनीतिक दलों की नजरों में खरी उतरेंगी. छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग ने ईवीएम की जांच के लिए एक तकनीकी टीम का गठन किया है. यह टीम चुनाव प्रेक्षकों से लेकर मतदान दलों को इसकी बारीकियां बताएगी. मतदान के लिए उन्हें प्रशिक्षित भी किया जाएगा. आयोग के मुताबिक पुरानी मशीनों में परिवर्तन करते हुए एम-3 श्रेणी की मशीनें तैयार की गई हैं. ये नई मशीनें पुरानी ईवीएम की तुलना में साइज में बड़ी हैं. नई ईवीएम मशीनों की डिस्प्ले स्क्रीन भी काफी बड़ी और आकर्षक है. हैंडलिंग वाली यह ईवीएम काफी सुविधाजनक बताई जा रही है.

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