छत्तीसगढ़ में लाल आतंक का कहर जारी है. शनिवार को गरियाबंद जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक अधिकारी शहीद हो गया. इसके अलावा 3 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं. मिली सूचना के अनुसार, शनिवार रात 10 बजे तक भी सीआरपीएफ की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ जारी थी.
बल के असिस्टेंट कमांडेंट एस के दास यहां से 150 किलोमीटर दूर गरियाबंद के जंगलों में एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे थे, जहां सुरक्षाकर्मियों की दोपहर बाद तीन बजे हथियारों से लैस नक्सलियों से मुठभेड़ हुई.
सूत्रों ने बताया कि एस के दास के पेट में गोलियां लगीं, जिस कारण उन्होंने दम तोड़ दिया. वह क्षेत्र में एक विशेष नक्सल विरोधी अभियान के लिए 211 बटालियन के सीआरपीएफ के सैनिकों के एक दल का नेतृत्व कर रहे थे.
बता दें कि नक्सलियों ने 25 मई को राज्य के बस्तर जिले के दरभा घाटी क्षेत्र में छिपकर कांग्रेसी नेताओं के काफिले पर हमला किया था. इस हमले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और प्रमुख पार्टी नेता महेंद्र कर्मा सहित 27 लोगों की मौत हो गई थी.
जारी है मुठभेड़सिहावा क्षेत्र में नक्सलियों की आमद पहले से थी और इस बात की सूचना सिहावा पुलिस को भी थी. बताया जाता है कि नक्सलियों के साथी अजय उर्फ सोनू और कमला उर्फ विद्या को पिछले दिनों पुलिस ने मार गिराया था वे दोनों पति पत्नी हथियार और 100 नग कारतूस लेकर फरार थे. इसी मौत का बदला लेने के लिए नक्सलियों ने शनिवार को सीआरपीएफ जवानों पर हमला बोला है.
नक्सली खल्लारी के जंगलों में पहले से घात लगाए बैठे थे जैसे ही सीआरपीएफ के जवान वहां से निकले नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में सीआरपीएफ ने भी फायरिंग की. इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक सहायक कमांडेंट शहीद हो गए. उनके शव को नगरी अस्पताल लाया गया.
बताया जाता है कि खल्लारी के जंगलों में नक्सली सक्रिय हैं और इसी गांव में नक्सलियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था जिसमें कई ग्रामीण मारे गए थे.