छत्तीसगढ़ में ओबीसी के आन्दोलन ने बीजेपी की हवा निकाल दी है. वही कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी के इस वोट बैंक को हथियाने के लिए जोर शोर से जुटी है. ओबीसी वर्ग राज्य में सरकारी नौकरियों में 14 के बजाए 27 फीसदी आरक्षण की मांग कर रहा है.
इसे मानना सरकार के लिए टेडी खीर है. इसके पहले सरकार एससी वर्ग को जारी आरक्षण में कटौती से आलोचना झेल रही है. राज्य सरकार ने 6 महीने पहले एससी को जारी 16 फीसदी आरक्षण में कटौती कर 12 फीसदी कर दिया था.
इसी दौरान आदिवासियों को मिल रहा 28 फीसदी आरक्षण को बढ़ा कर 32 फीसदी कर दिया था. उसके इस कदम से आदिवासी तो खुश हुए लेकिन एससी का वोट बैंक सरकार के हाथ से खिसक गया. अब ओबीसी वर्ग ने सरकार की नाक में दम कर दिया है.
पूरे राज्य में आरक्षण बढ़ाने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन हो रहा है. ऐसे में बीजेपी को तीसरी बार सत्ता में आने के लिए कई जतन करने होंगे.
फिलहाल सरकार ना तो ओबीसी की मांग को ख़ारिज कर रही है और ना ही स्वीकार.