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दिल्‍ली तो अभी दूर है, फिर भी 'लाल किले' से चुनावी शंखनाद करेंगे नरेंद्र मोदी

भले ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ये कह चुके हैं कि वो प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं देख रहे हैं, लेकिन जल्द ही मोदी लाल किले की प्राचीर से भाषण देते नजर आएंगे. और चौंकाने वाली बात ये है कि भाषण नई दिल्ली में नहीं छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में दिया जाएगा.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

भले ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ये कह चुके हैं कि वो प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं देख रहे हैं, लेकिन जल्द ही मोदी लाल किले की प्राचीर से भाषण देते नजर आएंगे. और चौंकाने वाली बात ये है कि भाषण नई दिल्ली में नहीं छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में दिया जाएगा.

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कई कलाकार मिलकर तैयार कर रहे हैं लाल किला
अंबिकापुर में राजस्थान और कोलकाता के कलाकार भारी भरकम लाल किला बनाने में जुटे हैं. बांस, बल्लियां, थर्माकोल और कपड़े से तैयार लालकिला हूबहू दिल्ली के लाल किले जैसा ही नजर आएगा. इस किले की प्राचीर से मोदी छत्तीसगढ़ में चुनावी शंखनाद करेंगे.

सुरक्षा के भी होंगे कड़े इंतजाम
अंबिकापुर के पीजी कॉलेज के मैदान में लाल किले का निर्माण शुरू हो चुका है. प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों का जत्था इस लाल किले को मजबूती परखने में जुटा है. इस लाल किले के साउंड सिस्टम का जिम्मा महाराष्ट्र के टेक्निशियनों ने उठाया है, जबकि मंच और साज सज्जा की व्यवस्था अंबिकापुर जिला प्रशासन के कंधों पर है. राजस्थान और बंगाल के कलाकार इस लाल किले की नींव मजबूत कर रहे हैं.

बांस-बल्लियों, थर्माकोल और लाल रंग के कपड़ों से भव्य लाल किला तैयार किया जा रहा है. लगभग 500 कारीगर और दूसरे टेक्निशियनों की टीम इस किले के निर्माण में जुटी है. इस लाल किले से 7 सितंबर को बीजेपी के स्टार प्रचारक मोदी एक आम सभा को संबोधित करेंगे. लाल किले से मोदी का भाषण ऐतिहासिक होगा.

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उत्साहित हैं बीजेपी नेता
बीजेपी नेता प्रभात मेघावाले के मुताबिक, 'माननीय नरेंद्र मोदी जी ने जो कहा है वो बिलकुल सही कहा है. नरेंद्र मोदी जी सपना नहीं देख रहे हैं. हम बीजेपी के कार्यकर्त्ता नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बनें, इस बात का सपना देख रहे हैं. अंबिकापुर में जो लाल किले का निर्माण किया गया है. ये भारत के उत्साह का प्रतीक है.' छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. सितंबर के दूसरे हफ्ते में राज्य में आदर्श आचार संहिता के लगने की संभावना है, लिहाजा इसके पहले से बीजेपी ने सत्ता में तीसरी बार काबिज होने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी के कई दिग्गज नेता भी इस लाल किले में नजर आएंगे. इस लाल किले का निर्माण समय पर पूरा हो सके, इसके लिए करीब 500 कारीगरों, टेक्निशियनों और मजदूरो की टीम दिन-रात जुटी हुई है.

बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'देखिए... आने वाले दिनों में वो (मोदी) लाल किले से भी भाषण दे सकते हैं.'

कांग्रेस ने उड़ाई मोदी की 'खिल्ली'
वहीं गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने कहा, 'देखो, बीजेपी ने भी यह नहीं कहा है कि वो हमारे प्रधानमंत्री पद के कैंडीडेट हैं, और जो मैजिक फिगर चाहिए वो नहीं आएगा, देश में सपने देखने का सब को हक है. हर कोई सपने देख सकता है. मोदी भी मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं. फिर वो चाहे लाल किले से भाषण देने का ही क्यों न हो. इसी सपने को लेकर ऐसे लाल किले जैसे स्टेज बनाए जा रहे हैं.'

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मोदी के इस लाल किले से भाषण देने को लेकर सियासत शुरू हो चुकी है. देखना ये है कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी का ये दांव कितना सफल साबित होता है.

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