छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में नाबालिग की हत्या के मामले का खुलासा स्निफर डॉग ने झपट्टा मारकर कर दिया. उसने 11 साल के मासूम की कातिल चचेरी बहन को एक झटके में गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पूछताछ में उसने चौंकाने वाला खुलासा किया.
मृतक प्रीतम और उसका परिवार ऊषा को चोरनी-चोरनी कह कर चिढ़ाते थे. इससे गुस्सई चचेरी बहन ऊषा ने मौका देखकर प्रीतम के सिर पर लोहे की रॉड से वार कर दिया. अपने 11 साल के चचेरे भाई की हत्या करके उसने लाश को स्कूल के अंदर फेंक दिया था.
पुलिस ने आरोपी लड़की को गिरफ्तार कर लिया है. हैरान कर देने वाली बात यह रही कि इस वारदात में लड़की को पकड़ने में पुलिस के स्निफर डॉग रूबी की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रूबी ने मौके पर मिले सबूतों को सूंघकर सबसे पहले चचेरी बहन ऊषा चौहान पर झपट्टा मारा था.
इसके बाद पुलिस ने उषा को गिरफ्त में लेकर सख्ती से पूछताछ की. तब हत्या का सारा राज खुलकर सामने आ गया.
घर के पास खेलते हुए गायब हुआ था 11 साल का प्रीतम
जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर चिरईपानी गांव में रहने वाले 11 साल के मासूम छात्र प्रीतम की लाश गुरुवार सुबह सरकारी स्कूल के नए कमरे के अंदर पड़ी मिली थी. प्रीतम अपने दोस्तों के साथ बुधवार की शाम चार बजे खेलते-खेलते अचानक गायब हो गया था.
बुधवार देर रात तक वापस नहीं आने पर गुरुवार की सुबह फिर से परिजनों ने उसकी तलाश की. कुछ ही दूरी पर स्थित सरकारी स्कूल के खुले हुए कमरे में प्रीतम की लाश पड़ी मिली. तुरंत ही इस सूचना पुलिस को दी गई.
फोरेंसिक की टीम ने सबूतों को जुटाया, स्निफर डॉग ने पकड़ा
कोतरा रोड़ थाना प्रभारी गिरधारी साव एवं उनकी टीम ने छात्र की लाश मिलने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचते ही स्निफर डॉग बुलाकर सबूतों को ढूंढना शुरू किया. फोरेसिंक एक्सपर्ट की टीम ने भी घटना के आस-पास से कई महत्वपूर्ण सबूतों को इकट्ठा किया.
जांच के दौरान जब पुलिस ने स्निफर डॉग रूबी के सामने कुछ संदिग्धों को खड़ा किया. दो लोगों के पास से गुजरने के बाद रूबी ने मृतक प्रीतम चौहान की चचेरी बहन ऊषा पर झपट्टा मार दिया. पुलिस ने तत्काल उसे हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
चोरनी का आरोप लगने से ऊषा हो गई थी परेशान
थाना प्रभारी गिरधारी साव ने बताया कि आरोपी ऊषा पर मृतक प्रीतम और उसकी मां के अलावा प्रीतम की दोनों बहनें चोरी करने का ताना देती थीं. लगातार इस तरह के ताने से वह कई बार झगड़ती भी थी.
24 मई की शाम जब प्रीतम घर के पास खेल रहा था, उसी दौरान ऊषा ने योजना बनाकर अपने चचेरे भाई को स्कूल के पास ले गई. वहां रॉड से वार करते हुए उसकी हत्या कर दी और वहीं उसकी लाश को फेंककर बड़े आराम से घर आकर सो गई थी.