छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा नक्सली हमला हुआ है. शनिवार शाम करीब 1200 से अधिक नक्सलियों ने सुकमा बस्तर हाईवे पर दरभा घाटी में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला बोल दिया. इस हमले में कांग्रेस के पूर्व सांसद महेंद्र कर्मा, विधायक उदय मुदालियर, अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और एक गोपी मादवानी समेत 28 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 घायल हो गए. इस हमले के बाद 19 पुलिसकर्मियों के अलावा कई कांग्रेस कार्यकर्ता लापता बताए जा रहे हैं.
रायपुर में घायलों से मिलीं सोनिया
इस बीच रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी रायपुर पहुंचे. सोनिया ने नक्सली हमले में घायल हुए नेताओं से मुलाकात की. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक दुखद घटना है जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और वरिष्ठ पार्टी नेता महेंद्र कर्मा सहित अन्य नेता शहीद हुए हैं. उन्होंने बहादुरी से शहादत दी है. वे ऐसी ताकतों के सामने नहीं झुके. मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत कभी भी नक्सली ताकतों के सामने नहीं झुकेगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री वीसी शुक्ल की हालत गंभीर
कांग्रेस नेता अपनी परिवर्तन यात्रा के बाद सुकमा लौट रहे थे, जब बीस गाड़ियों के काफिले पर नक्सलियों ने हमला बोला. इस भयानक नक्सली हमले में घायल वरिष्ठ पार्टी नेता विद्याचरण शुक्ल की हालत उपचार कर रहे चिकित्सकों ने गंभीर बतायी है. शुक्ला को रविवार को रायपुर से एयर एंबुलेंस के जरिए राजधानी के नजदीक स्थित गुड़गांव के मेदांता अस्पताल लाया गया. 84 वर्षीय शुक्ल के शरीर से गोलियां निकालने के लिए शनिवार को जगदलपुर में उनका ऑपरेशन किया गया था. हमले में उन्हें तीन गोलियां लगी थीं.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष नंद कुमार पटेल की भी हत्या
कांग्रेसियों के काफिल्े पर हमले के बाद नक्सलियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश पटेल को अगवा कर लिया. हालांकि बाद में देर रात दिनेश पटेल जगदलपुर लौट आए. प्राप्त खबरों के मुताबिक नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष नंद कुमार पटेल की भी हत्या कर दी है. पुलिस ने पटेल का शव बरामद कर लिया है. गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि हमले का असल टारगेट नंद कुमार पटेल ही थे.
पूर्व कांग्रेसी सांसद महेंद्र कर्मा की मौत
नक्सलियों के निशाने पर पूर्व कांग्रेसी सांसद महेंद्र कर्मा भी थे. नक्सलियों ने पहले तो परिवर्तन यात्रा के काफिले के सामने बम विस्फोट किया और फिर गोलियों की बौछार कर दी. इसके बाद उन्होंने महेंद्र कर्मा के बारे में पूछा. कर्मा जैसे ही सामने आए, नक्सलियों ने पहले तो उन्हें बंदूक के बट से मारा, फिर उन्हें गोलियों से भून डाला. इस गोलीबारी में कर्मा के सिक्योरिटी गार्ड की भी मौत हो गई.
महेंद्र कर्मा, बस्तर में कांग्रेस के दिग्गज नेता थे और अपनी नक्सल विरोधी राजनीति के लिए मशहूर थे. उन्हें बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ सडवा जुलुम अभियान शुरू करने का श्रेय जाता है. महेंद्र कर्मा को नक्सलियों के खिलाफ इस मुहिम को छेड़ने के चलते बस्तर का शेर कहा जाता था. इसी वजह से नक्सली उन्हें अपना दुश्मन मानते थे. उन पर पहले भी हमले की कोशिशें हुई थीं. इसी वजह से महेंद्र कर्मा को ज़ेड प्लस सिक्योरिटी हासिल थी.
रमन सिंह सरकार को बर्खास्त करने की मांग
नक्सलियों के हमले के बाद छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार कांग्रेसियों के निशाने पर आ गई है. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि पूरी सरकारी मशीनरी रमन सिंह की विकास यात्रा में लगी थी और उनके नेताओं को कोई सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई थी. देर रात कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रायपुर में राजभवन के सामने जमा होकर नारेबाज़ी की और रमन सिंह सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. पार्टी ने आज छत्तीसगढ़ बंद भी बुलाया है.
राहुल गांधी पहुंचे रायपुर
छत्तीसगढ़ हमले से सियासी हलकों में हड़कंप मच गया है. शनिवार रात घटना की जानकारी मिलते ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी देर रात छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे. वो अस्पताल जाकर घायल कांग्रेस नेताओं से मिले. राहुल ने राजभवन के सामने नारेबाजी कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी मुलाक़ात की. उन्होंने, पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि ये राजनीति का समय नहीं शोक का वक्त है.
केंद्र सरकार सकते में
छत्तीसगढ़ में हुए इस बड़े नक्सली हमले से केंद्र सरकार भी सकते में है. खुद पीएम ने बड़े अफसरों के साथ इमरजेंसी मीटिंग करके हालात का जायजा लिया और मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी ताज़ा हालात पर छत्तीसगढ़ सरकार से रिपोर्ट तलब की है. गृह मंत्रालय ने अगवा नेताओं की तलाश के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को और सिक्योरिटी फोर्स मुहैया कराने का प्रस्ताव भी दिया है. गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह हालात का जायज़ा लेने के लिए छत्तीसगढ़ जा रहे हैं.
राज्य में तीन दिन का शोक
कांग्रेस नेताओं पर हमले पर छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन दिन के शोक का एलान किया है. साथ ही मारे गए सभी लोगों का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार की घोषणा भी की गई है. हमले के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपनी विकास यात्रा रद्द कर दी है. नक्सली हमले की चौतरफ़ा निंदा हो रही है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौक़े पर देश को एकजुट होकर लाल आतंक का मुक़ाबला करने की अपील की है. दूसरे दलों के नेताओं ने भी कांग्रेस नेताओं के काफिले पर इस भयानक हमले की कड़ी निंदा की है.