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महिला नक्सली जरीना मुठभेड़ में ढेर, सिर पर 5 लाख का था इनाम

नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच यह मुठभेड़ कोहका थाना क्षेत्र के कोंडाल पाहड़ी के पास हुई है. दुर्ग रेंज के आईजी जी.पी. सिंह ने आज तक से कहा है कि बारिश के मौसम में चलने वाले ऑपरेशन की यह रणनीतिक कामयाबी है.

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मुठभेड़ मे मारी गई नक्सली का शव
मुठभेड़ मे मारी गई नक्सली का शव

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छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के जंगल में आईटीबीपी और छत्तीसगढ़ पुलिस के संयुक्त अभियान में पांच लाख की इनामी महिला नक्सली जरीना को मुठभेड़ में मार गिराया गया है. घटना स्थल से जवानों ने 2 बंदूक के साथ भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है.

नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच यह मुठभेड़ कोहका थाना क्षेत्र के कोंडाल पाहड़ी के पास हुई है. दुर्ग रेंज के आईजी जी.पी. सिंह ने आज तक से कहा है कि बारिश के मौसम में चलने वाले ऑपरेशन की यह रणनीतिक कामयाबी है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों को इसके लिए आउट ऑफ़ टर्न प्रमोशन, कैश अवार्ड और गैलेंट्री मेडल से भी नवाजा जाएगा.

आईजी जी.पी. सिंह ने नक्सलियों से अपील की कि वे आत्मसमर्पण की सोचें वरना मार दिए जाएंगे. फिलहाल इलाके में भारी बारिश के बावजूद इस मुठभेड़ में मिली कामयाबी से पुलिस और आईटीबीपी के हौसले बुलंद हैं. 

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गौरतलब है कि कुख्यात महिला नक्सली जरीना पोटाई बस्तर के बीजापुर की रहने वाली है. राजनांदगांव में उसने  कई बड़ी नक्सली वारदातों को अंजाम दिया था. उसके खिलाफ अकेले मानपुर थाने में 16 अपराध पंजीकृत थे.  जरीना 2005 से मानपुर सब डिवीजन में कार्यरत थी. छत्तीसगढ़ से सटे मध्यप्रदेश की सीमा में भी उसने कई वारदातों को अंजाम दिया था. खासतौर पर बालाघाट में मध्यप्रदेश पुलिस के जवानों पर हुए हमले में उसकी सक्रिय भूमिका थी. 

आपको बता दें कि राजनांदगांव में पिछले डेढ़ साल के दौरान 18 बड़े नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं. फिलहाल मुठभेड़ स्थल से बरामद सामग्री और जरीना के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ में और भी कई नक्सली मारे गए हैं.  लेकिन उनके साथी इन नक्सलियों के शव उठा कर ले जाने में कामयाब रहे.   

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