छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय को नया मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया है. लंच के बाद विधायकों के साथ पर्यवेक्षकों की बैठक हुई. सुबह करीब नौ बजे केंद्रीय पर्यवेक्षक रायपुर पहुंचे और दोपहर बारह बजे से विधायकों के साथ सीएम के नाम पर मंथन चल रहा था. विधायक दल की बैठक में सीएम का नाम तय होने के बाद दिल्ली से सीएम के नाम पर मुहर लगी.
पूर्व सीएम रमन सिंह बने स्पीकर
छत्तीसगढ़ में सीएम पद के ऐलान के बाद स्पीकर कुर्सी पर कौन बैठेगा इसका भी फैसला हो गया है. पूर्व सीएम रमन सिंह विधानसभा में स्पीकर चेयर पर बैठेंगे.
बनाए गए दो डिप्टी सीएम
छत्तीसगढ़ में सीएम के ऐलान के बाद, दो डिप्टी सीएम का भी ऐलान हुआ है. इनमें अरुण साव और विजय शर्मा दोनों को उपमुख्यमंत्री के तौर पर मनोनीत किया गया है.
राज्यपाल से की मुलाकात
छत्तीसगढ़ के मनोनीत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मिलने रायपुर स्थित राजभवन पहुंचे.
सीएम बनने के बाद बोले, स्वीकृत होंगे 18 लाख आवास
सीएम के नाम का ऐलान होने के बाद विष्णुदेव साय की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर मैं अपनी सरकार के जरिए पीएम मोदी की गारंटी को पूरा करने की कोशिश करूंगा. आवास योजना के हितग्राहियों के लिए 18 लाख आवास स्वीकृत करना नई छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किया जाने वाला पहला कार्य होगा.
सूत्रों के मुताबिक, एक कमरे में विधायक बैठे हैं और दूसरे कमरे में सभी राजनीतिक पर्यवेक्षक बैठे थे. विधायकों को सेंट्रल लीडरशिप ने कॉल के जरिए बताया कि विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. विधायक दल की बैठक में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और अर्जुन मुंडा और दुष्यंत कुमार गौतम के अलावा छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर भी मौजूद रहे.
पर्यवेक्षकों के पास थे दो विकल्प
पर्यवेक्षकों के पास दो विकल्प थे जिसमें पहला ये कि मीटिंग में ही ऐलान करें कि कौन होगा सीएम और या विधायकों की राय लेकर दिल्ली आए और बाद में दिल्ली से सीएम के चेहरे का ऐलान हो. जीत मे अहम रोल निभाने वाले पार्टी के प्रभारी ओम माथुर और सह प्रभारी नितिन नवीन रायपुर में मौजूद रहे.
सीएम की रेस में शामिल रहे इतने नेता
सवाल ये था कि इस बार बीजेपी आदिवासी को सीएम बनाएगी या फिर गैर आदिवासी को या फिर किसी महिला को मौका देगी. बीजेपी ने इस बार किसी भी राज्य में सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट नहीं किया था. उधर रमन सिंह थे जो शिवराज की तरह अलग किस्म का दबाव बनाते हुए लोकसभा चुनाव में जीत जरूरी है ये याद दिला रहे थे.
छत्तीसगढ में भी कई दावेदार थे जिनमें खुद रमन सिंह के अलावा अरुण साव, विष्णुदेव साय,ओपी चौधरी और रेणुका सिंह के नाम शामिल था. पार्टी अन्य पिछड़ा वर्गी यानि ओबीसी और आदिवासी मुख्यमंत्री के फॉर्मूले पर विचार कर रही थी. आदिवासी सीएम के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय और रेणुका सिंह का नाम आगे चल रहा था तो वहीं ओबीसी समुदाय से बात करें तो पूर्व नौकरशाह ओपी चौधरी और अरुण साव में से किसी एक नाम पर सहमति बन सकती थी. लेकिन अब यह रेस थम गई है और विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया है.
आपको बता दें कि छत्तीसगढ में सारे कयासों को पलटते हुए बीजेपी ने शानदार जीत हासिल करने हुए 54 सीटें हासिल की थी जबकि कांग्रेस 34 सीटें ही जीत सकती थी. ऐसे में अब देखना ये है कि इस राज्य से लोकसभा में भी अच्छे नतीजे मिले इसका जिम्मा बीजेपी किसको सौपती हैं.
(इनपुट्स- पीयूष मिश्रा)