छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पांच साल से लापता एंकर की गुमशुदगी का राजफाश करने के लिए पुलिस 3D स्कैनर का सहारा लेगी. पुलिस को एंकर की हत्या कर शव को दर्री-कोरबा मार्ग में दफन करने का इनपुट मिला है. इसके बाद पुलिस ने सच्चाई का पता लगाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है. बता दें कि कोरबा के उपनगर कुसमुंडा की रहने वाली 18 साल की सलमा सुल्ताना सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती थी. वो बला की खूबसूरत और बेहद टैलेंटेड थी.
महज 10वीं की पढ़ाई करने के बाद सलमा 2016 में टी. वी. स्क्रीन पर आई और टैलेंट के बलबूते कम ही समय में अपनी पहचान बना ली. उसने एंकरिंग के साथ ही रिपोर्टिंग, स्टेज शो और अन्य कार्यक्रमों में भी अपनी प्रतिभा दिखाई. वह बड़े टी. वी. चैनल में एंकर बनने और सुनहरे पर्दे पर अपनी किस्मत आजमाने का भी सपना देख रही थी.
क्या हुआ था पांच साल पहले?
तभी अक्टूबर 2018 में एक दिन वह काम के लिए कुसमुंडा से कोरबा के लिए निकली. मगर, लौटकर घर नहीं पहुंची. परिवार के लोगों ने अपने स्तर पर उसकी काफी दिनों तक तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. लगभग दो महीने बाद उन्होंने कुसमुंडा पुलिस थाना में जनवरी 2019 में गुमशुदगी दर्ज कराई थी.
एंकर के लापता होने की खबर कोरबा के मीडिया कर्मियों और आम लोगों के बीच फैली तो कई तरह की अफवाहें भी उड़ीं. कभी उसके मुंबई चले जाने की चर्चा सुनी गई, तो कभी अफेयर की बात उड़ाई गई. पुलिस ने भी गुमशुदगी दर्ज कर खानापूर्ति की. तमाम आधुनिक सुविधाओं के बावजूद तलाश में कोई गंभीरता नहीं दिखाई.
अब मिला हत्या का इनपुट
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 5 साल बाद अब विभाग को सलमा की हत्या का इनपुट मिला है. बताया जा रहा है कि एक महीने पहले दर्री के सिटी एसपी रॉबिन्सन गुड़िया ( IPS) ने जिले के कुसमुंडा थाना के लंबित मामलों की समीक्षा के दौरान उसकी फाइल देखी, जिसमें जांच का अभाव पाया. इसके बाद उन्होंने नए सिरे से छानबीन शुरू की. एक-एक कर सलमा से जुड़े लोगों से पूछताछ करने पर कई तथ्यों का खुलासा हुआ.
जांच में यह भी पता चला कि सलमा ने कोरबा के एक बैंक से लोन ले रखा था, जिसका भुगतान 2018 तक कोरबा का एक युवक कर रहा था. मगर, 2019 से उसने लोन का भुगतान बंद कर दिया. भुगतान करने के लिए कहने पर अभद्र व्यवहार किए जाने और धमकाने की जानकारी भी पुलिस को मिली. जांच के दौरान पुलिस को इनपुट मिला कि पांच साल पहले सलमा की हत्या कर उसके शव को कोरबा-दर्री मार्ग पर दफन कर दिया गया था.
इस सनसनीखेज इनपुट ने पुलिस को चौंका दिया. गोपनीय रूप से मामले की जांच की जाने लगी. इसी साल 30 मई को उसका शव दफनाने के संभावित स्थान की जानकारी भी पुलिस को मिली. अगले ही दिन रॉबिन्सन गुड़िया ने डेडबॉडी रिकवर कराने के लिए जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी हटाने का काम शुरू कराया. मगर, कोई सफलता नहीं मिली.
बदल गई है भौगोलिक संरचना
दरअसल, इन पांच वर्षों में कोरबा-दर्री मार्ग की भौगोलिक संरचना पूरी तरह बदल गई है. सिंगल रोड, अब कांक्रीट की फोर लेन रोड बन गई है. सड़क निर्माण के लिए बड़ी मात्रा में मिट्टी का भराव किया गया है और कंक्रीट की ढलाई की गई है. इस हालात में सड़क को भी तोड़ना पड़ सकता है. क्या करें और क्या ना करें के दोराहे पर खड़ी पुलिस ने अब डेडबॉडी रिकवरी के लिए 3D स्कैनर तकनीकी का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है.
एसपी रॉबिन्सन गुड़िया ने बताया है कि भू- विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र रायपुर को 3D स्कैनर उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा गया है. इसके जरिए जमीन के भीतर दफन शव की तलाश में आसानी होगी. इस दरम्यान, पुलिस मामले के संदेही युवक की भी तलाश कर रही है, जो प्रारंभिक पूछताछ के बाद अंडरग्राउंड हो गया है.
मर्डर मिस्ट्री में उलझी पुलिस
पुलिस को भले ही सलमा की हत्या का पुख्ता इनपुट मिला है, लेकिन जब तक उसकी डेडबॉडी रिकवर नहीं हो जाती, तब तक संदेही को गिरफ्तार करना मुश्किल है. अगर उसे गिरफ्तार कर भी लिया जाता है तो अदालत में आरोप सिद्ध करना नामुमकिन होगा. लिहाजा, पुलिस सलमा की मर्डर मिस्ट्री में उलझ गई है. अब इस उलझन से 3D स्कैनर पुलिस को उबार सकता है.
सिटी एसपी रॉबिन्सन गुड़िया ने बताया कि पांच साल पहले लापता हुई सलमा की पतासाजी (तलाश) के दौरान, उसकी हत्या कर दिए जाने का इनपुट मिला है. सेटेलाइट इमेज और 3D तकनीक के माध्यम से डेडबॉडी की तलाश कर रहे हैं. दो तीन दिन में सच्चाई सामने आ जाएगी.
(कोरबा से गेंदलाल शुक्ल की रिपोर्ट).