प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन के जरिये छत्तीसगढ़ में बीजेपी के आधा दर्जन विधायकों के साथ बात करने के बाद पार्टी के लोगों में खासा उत्साह है, लेकिन कांग्रेस इससे खुश नजर नहीं आ रही और उसने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री प्रचार की तरह व्यवहार कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी के फोन पर संपर्क किए जाने की सूचना तमाम विधायकों को पहले से ही दे दी गई थी. इन विधायकों से कहा गया था कि वे अपने इलाकों में मोबाइल टावर के करीब ही रहें जिससे बातचीत के दौरान सिग्नल पूरा मिले और व्यवधान रहित बातचीत हो सके. प्रधानमंत्री के साथ बातचीत को लेकर तमाम विधायक और मंत्री काफी उत्साहित नजर आए.
तय कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने दोपहर में विधायकों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने विधायकों को उनके नाम के साथ संबोधित किया. प्रधानमंत्री के मुंह से अपना नाम सुनकर विधायक गदगद भी हो गए. लगभग तीन से पांच मिनट की बातचीत में मोदी ने केंद्र सरकार की योजनाओं का फीडबैक लिया. उनके इलाकों में केंद्रीय योजनाओं की प्रगति और क्रियान्वयन पर बातचीत की. उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं का हाल भी जाना.
मोदी ने विपक्ष पर लगाया आरोप
बातचीत खत्म होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधायकों को संसद की गतिविधियों से अवगत कराते हुए कहा कि संसद में मुट्ठी भर लोग व्यवधान पैदा कर रहे हैं. एक दिन भी ठीक ढंग से सरकार को काम करने नहीं दिया. उन्होंने विपक्षियों के इस कदम को लोकतंत्र का गला घोटने जैसा बताते हुए विधायकों से कहा कि वे इस बात को जनता तक पहुंचाए.
प्रधानमंत्री ने विधायकों से छत्तीसगढ़ में स्वच्छता मिशन और उनके इलाकों में स्कूली बच्चों की शिक्षा का हाल जाना. विधायकों से यह भी पूछा कि स्कूलों में शिक्षक आते हैं या नहीं. उन्होंने अपने क्षेत्रों में स्वच्छता पर जोर देने का निर्देश दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के बाद राज्य के वन मंत्री महेश गागड़ा काफी खुश नजर आए. उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ हुई बातचीत को पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर अपने परिजनों से साझा किया. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने केंद्र और राज्य की योजनाओं से होने वाले लाभ के बारे में काफी जानकारी हासिल की. साथ ही उन्होंने 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा भी की.
कांग्रेस को रास नहीं आया
दूसरी ओर, विधायकों के साथ हुई इस बातचीत के बाद राज्य में सियासी उबाल आ गया है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के प्रचार मंत्री की तरह पेश आ रहे हैं, न कि देश के प्रधानमंत्री के रूप में.
पीएम की विधायकों के साथ इस तरह से हुई बातचीत के बाद कांग्रेस का पारा चढ़ा हुआ नजर आ रहा है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने सिर्फ बीजेपी विधायकों से हालचाल जाना, लेकिन वो कांग्रेसी विधायकों से भी बातचीत करते तब उन्हें लोकतंत्र की असलियत समझ में आती. फिलहाल प्रधानमंत्री और विधायकों के बीच आपसी चर्चा राजनैतिक गलियारों में गूंज रही है.