रायपुर जिला कोर्ट के विशेष न्यायाधीश एचएस टेकाम ने साइको किलर उदयन दास को उम्रकैद की सजा सुनाई है. आरोपी ने 2010 में अपने माता-पिता की निर्मम हत्या कर दोनों के शवों को घर के ही गार्डन में दफना दिया था. बता दें, आरोपी उदयन ने 13 साल पहले मां इंद्राणी और पिता वीरेंद्र दास की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. फिर उनकी लाशों को सैप्टिक टैंक के बहाने गड्ढा खुदवाकर उसमें दफाना दिया था. इतना ही नहीं उनकी मौत के बाद फर्जी दस्तावेजों से 7 साल तक मां के नाम की पेंशन लेता रहा. फिर बाद में मकान बेचकर भोपाल में रहने लगा था.
उदयन दास गर्लफ्रेंड की हत्या मामले में पश्चिम बंगाल की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. उदयन ने 2016 में अपनी प्रेमिका आकांक्षा शर्मा की भोपाल में हत्या कर दी थी. फिर उसके शव को शव को एक बॉक्स में रखकर बेडरूम के अंदर गाड़कर उस पर कांक्रीट का चबूतरा बनवा दिया था. बंगाल के बांकुड़ा की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा 2020 में सुनाई थी. इसके बाद रायपुर जिला कोर्ट ने माता-पिता की हत्या के बाद शव को गार्डन में दफनाने के मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.
क्या था यह पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के बांकुरा की रहने वाली आकांक्षा उर्फ श्वेता की मुलाकात साल 2007 में उदयन से सोशल मीडिया के जरिए हुई थी. जून 2016 में घर से नौकरी करने की बात कहकर आकांक्षा भोपाल आ गई. यहां वह उदयन के साथ साकेत नगर में रहने लगी. उसने अपने परिजनों को बताया कि वह अमेरिका में नौकरी कर रही है. जुलाई 2016 के बाद आकांक्षा की अपने परिवारवालों से बात होनी बंद हो गई. भाई ने नंबर ट्रेस कराया तो लोकेशन भोपाल निकली. परिवार को शक हुआ कि आकांक्षा उदयन के साथ रह रही है. दिसंबर 2016 में आकांक्षा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई.
इसके बाद बांकुरा पुलिस भोपाल आई लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगा. फिर भोपाल पुलिस की मदद से पूरे मामले का खुलासा हुआ. पता चला कि उदयन ने आकांशा की हत्या कर उसके शव को घर के बेडरूम में भी गाड़ दिया था. लाश बरामद कर बांकुरा पुलिस ने उदयन के खिलाफ 30 अप्रैल 2017 को केस डायरी समेत करीब 600 पेज की चार्जशीट अदालत में पेश की थी. 19 गवाहों के बयान और सभी साक्ष्यों के आधार पर उसे उम्र कैद की सजा मिली.
माता-पिता की हत्या के आरोप में मिली उम्रकैद
वहीं शुरुआत में पुलिस को लगा था कि यह मामला आकांक्षा की हत्या तक ही सीमित है. लेकिन जब उसके माता-पिता के बारे में पूछा गया तो वह ठीक से जवाब नहीं दे पाया. ऐसे में पुलिस को संदेह हुआ और फिर पूछताछ में उसने जो खुलासा किया उससे हर किसी के होश उड़ गए. उसने बताया कि मां इंद्राणी और पिता वीके दास की 2010 में हत्या कर उनके शव रायपुर वाले मकान के गार्डन में दफना दिया था. पहले उसने पुलिस से झूठ बोला था कि मां अमेरिका में रहती हैं, जबकि पापा की बीमारी से मौत हो चुकी है. जबकि उसने पहले मां और फिर पिता की हत्या की थी.