छत्तीसगढ़ के रायपुर (Raipur) में 34.23 करोड़ रुपये की जीएसटी धोखाधड़ी (GST fraud) का मामला सामने आया है. इसको लेकर केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) और सेंट्रल एक्साइज की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. अफसरों का कहना है कि अभी तक छत्तीसगढ़ में 19 टैक्स चोरों को अरेस्ट किया जा चुका है.
एजेंसी के अनुसार, आरोपी ने छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में 34.23 करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने के लिए फर्जी फर्में बना रखी थीं. सीजीएसटी कर्मियों ने सर्च अभियान चलाया, जिसमें 6 फर्जी फर्मों (Bogus firms) के बारे में पता चला. ये सभी फर्में बिना किसी माल की सप्लाई के फेक इनवॉइस तैयार कर रही थीं.
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जब इस पूरे मामले की तफ्तीश की गई तो पता चला कि रायपुर के रहने वाले बादल गौर नाम के शख्स ने इन फर्जी फर्मों को बनाया. इस पूरे नेटवर्क को तैयार करने के पीछे वही मास्टरमाइंड था. उसने फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट के लिए फर्जी फर्में बनाईं, यह बात उसने पूछताछ में कबूल कर ली है.
आरोपी बादल गौर ने 29.13 करोड़ रुपये का फर्जी क्रेडिट लेने और कई अन्य लोगों को 34.23 करोड़ रुपये देने की बात स्वीकार की है. टीम ने आरोपी बादल गौर को गिरफ्तार करने के बाद स्थानीय अदालत में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अधिकारियों का कहना है कि अब तक जीएसटी विभाग ने छत्तीसगढ़ में 19 टैक्स चोरों को गिरफ्तार किया है.