छत्तीसगढ़ में शनिवार को हुए नक्सली हमले के बाद हालात की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री रमन सिंह की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हो रही है, जिसमें सीनियर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी शिरकत कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री द्वारा रात में ही कैबिनेट की आपात बैठक भी बुलाई गई है. उधर, हमले के मद्देनजर पूरे छत्तीसगढ़ में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
इस बीच, कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा सभी जिला मुख्यालयों पर हंगामा किए जाने की खबर है. राजभवन के सामने भी सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमा होकर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की.
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी अपने साथी पार्टी नेताओं पर नक्सली हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के अलावा अब कोई और विकल्प नहीं है.
जोगी ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह एक बहुत बड़ी दुखद स्थिति है. मैं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अनुरोध करता हूं कि कोई इलाज नहीं बचा है, अब राष्ट्रपति शासन जरूर लगाया जाए. हमें नक्सलियों से सीधी टक्कर लेनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह की वर्तमान विकास यात्रा में 2000-3000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए, जबकि राज्य में परिवर्तन यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेताओं को उनके निजी सुरक्षा अधिकारी को छोड़कर अन्य कोई सुरक्षा नहीं दी गई.