छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित बीजेपी मुख्यालय में कांग्रेस ने जमकर बवाल मचाया. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी मुख्यालय में अभी भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश रखा हुआ है. चुनावी लाभ के लिए बीजेपी ने इसे विसर्जित नहीं किया. इसे पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियों का अपमान बताते हुए कांग्रेस ने बीजेपी मुख्यालय में जमकर प्रदर्शन किया.
बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला पर कांग्रेस के हाथों की कठपुतली बनने का आरोप लगाया है. बीजेपी का तर्क है कि कांग्रेस खुद अटल जी के नाम का राजनैतिक फायदा उठाने में जुटी हुई है.
रायपुर के रजबंधा मैदान स्थित बीजेपी मुख्यालय में कांग्रेस ने जमकर बवाल मचाया. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी मुख्यालय में अब भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां अपमानजनक तरीके से रखी हुई हैं.
इस आरोप के बाद अटल जी की भतीजी करुणा शुक्ला समेत सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने बीजेपी मुख्यालय पर धावा बोल दिया. उनकी दलील है कि बीजेपी ने अटल जी की अस्थियों को विसर्जित करने के बजाए अभी भी पार्टी मुख्यालय में रखा गया है और ये अटल जी का अपमान है.
कांग्रेसियों के मुताबिक चुनाव के पहले बीजेपी एक बार फिर कलश यात्रा निकालकर अटल जी के नाम पर राजनैतिक फायदा उठाना चाहती है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और करुणा शुक्ला ने आरोप लगाया कि बीजेपी मुख्यालय में अटल जी की अस्थियां गलत नीयत से रखी गई है.
बीजेपी अध्यक्ष धर्मलाल कौशिक के मुताबिक, अटल जी के स्वर्गवास के बाद दिल्ली से जो अस्थि कलश लाए गए थे, उन्हें पूरे सम्मान के साथ राज्य की पवित्र नदियों में प्रवाहित कर दिया गया था. हजारों लोगों की मौजूदगी में अस्थि कलश के विसर्जन के बावजूद कांग्रेस उनपर झूठा आरोप लगा रही है.
गौरतलब है कि चुनाव के मद्देनजर बीजेपी मुख्यालय के आसपास धारा 144 लगाई गई है. इसके चलते प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हालांकि, कुछ देर बार सभी को रिहा भी कर दिया गया.
इसके बाद भी पार्टी मुख्यालय में अटल जी की अस्थियां अभी भी रखे होने का मामला तूल पकड़ा हुआ है. बुधवार को रायपुर के मौदहापारा थाने में बीजेपी के नेताओ ने कोंग्रेसियों पर FIR दर्ज करने की मांग की.
थाने पहुंचे नेताओं ने बीजेपी मुख्यालय में हंगामा करने को लेकर करुणा शुक्ला और भूपेश बघेल समेत दर्जन भर नेताओ के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है.