छत्तीसगढ़ के भिलाई के डीपीएस रिसाली स्कूल के एक अध्यापक को लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. लगभग आधा दर्जन लड़कियों ने एक शिक्षक पर आरोप लगाया था कि वो पढ़ाते समय कई बार छेड़खानी करते हैं. लड़कियों ने इसकी शिकायत प्रिंसिपल से की.
प्रिंसिपल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी. प्रारंभिक पूछताछ में छेड़खानी के सबूत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी अध्यापक को हिरासत में ले लिया. इसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. आरोपी शिक्षक का नाम रमेश प्रसाद द्विवेदी है. इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद दुर्ग के जिला शिक्षा अधिकारी ने तमाम स्कूलों के प्राचार्यों और संस्था प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि लड़कियों के साथ छेड़छाड़ जैसे मामले सामने आने के बाद तत्काल प्राथमिक जांच कर मामला पुलिस को सौपें.
इस आदेश का पालन सरकारी स्कूलों के अलावा गैर सरकारी स्कूली और शैक्षिक संस्थाओ पर प्रभावशील होगा. शिक्षा विभाग ने डीपीएस स्कुल में हुई छेड़छाड़ की घटना की जांच के लिए दो सदस्यी समिति गठित की है. दरअसल गिरफ्तार शिक्षक ने अपने बयान में कहा कि डीपीएस के प्राचार्य ने जानबूझकर उन्हें इस मामले में फसाया है. आरोपी शिक्षक के मुताबिक बीते छह महीने से प्राचार्य कुछ टीचरों को बेवजह परेशान कर रहे थें. लिहाजा इसकी शिकायत उन्होंने डीपीएस प्रबंधन दिल्ली से की थी.
डीपीएस भिलाई में बीते छह महीने से शिक्षकों और प्राचार्य के बीच तनातनी चली आ रही है. कुछ दिनों पूर्व इस स्कूल के शिक्षकों ने प्राचार्य के खिलाफ लांबबंद हो कर हड़ताल में जाने का फैसला लिया था. शिक्षकों के इस गुट का नेतृत्व रमेश प्रसाद द्विवेदी ही कर रहे थे. द्विवेदी के मुताबिक प्राचार्य शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य के अलावा दूसरे कामकाज, यहां तक की बाबूगिरी, स्कूल बसों का रखरखाव और अपने निजी काम कराने के निर्देश देते है.