छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी जल्द ही कांग्रेस को टाटा बाय-बाय कर सकती है. फिलहाल वो बिलासपुर के कोटा विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक हैं. लगातार दो बार वो इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार को हराकर विधानसभा पहुंची हैं.
लेकिन तीसरी बार वर्ष 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में वो इस सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार बनेंगी, इसकी उम्मीद बेहद कम है. दरअसल, रेणु जोगी अपने पति अजीत जोगी के साथ हर उस मंच पर नजर आ रही हैं, जिस मंच से अजीत जोगी कांग्रेस और बीजेपी को कोस रहे हैं. मंच से अपने विरोधियों को हमला करते वक्त जोगी ने संकेत भी दिया है कि रेणु जोगी उसके साथ हैं. बिलासपुर के पेंड्रा में सजे इस मंच में जोगी के विधायक पुत्र और बहू समेत पार्टी के दूसरे नेता भी मौजूद थे. मौका था जोगी कांग्रेस की छत्तीसगढ़ अधिकार यात्रा का.
इस कार्यक्रम में रेणु जोगी की मौजूदगी से कांग्रेस सकते में है. हालांकि पार्टी पहले से ही मानकर चल रही है कि रेणु जोगी भी उनके पति और विधायक पुत्र की तर्ज पर कांग्रेस छोड़ सकती है. लिहाजा कांग्रेस ने इस कार्यक्रम को लेकर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सिर्फ इतना ही कहा है कि रेणु जोगी ने इस राजनैतिक मंच को क्यों साझा किया, इसे पार्टी देखेगी.
दूसरी ओर अजीत जोगी इसके पहले भी सार्वजानिक तौर पर कह चुके हैं कि रेणु जोगी उनकी पत्नी हैं और उनसे अलग नहीं जा सकतीं. केवल विधायक पद के संवैधानिक कारणों के चलते वो अभी उनकी पार्टी में शामिल नहीं हो पाई हैं. इससे साफ है कि सिर्फ विधानसभा की सदस्यता बरकरार रखने के लिए रेणु जोगी कांग्रेस में बनी हुई हैं.
छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव होने हैं. लिहाजा बीजेपी और कांग्रेस ने एक दूसरे पर हमले तेज कर दिए हैं. मुख्य मुकाबला दोनों ही पार्टियों के बीच होने के आसार हैं. लेकिन उनके समीकरण बिगाड़ने के लिए आप पार्टी, छत्तीसगढ़ स्वाभिमान पार्टी, BSP, सर्व आदिवासी मोर्चा, NCP और जोगी कांग्रेस जैसे राजनैतिक दल भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. फिलहाल देखना होगा कि कांग्रेस रेणु जोगी के मामले में क्या रुख इख्तियार करती हैं.