छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल के लिए खोदे गए गहरे गड्ढे में गिरे 11 साल के बच्चे को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी है कि बोरवेल में गिरा राहुल अब खुद बाल्टी से पानी भरने में मदद कर रहा है. दरअसल, बोरवेल की दीवारों से थोड़ा-थोड़ा पानी रिस रहा और बच्चा ऊपर से भेजे गए बर्तन में पानी को भरने में मदद कर रहा है. गुजरात की रोबोटिक्स टीम भी मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य में जुट गई है.
मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, राहुल के रेस्क्यू में अगले 3 से 4 घंटे महत्वपूर्ण हैं. कलेक्टर के निगरानी में राहुल के स्वास्थ्य की जानकारी रखी जा रही है. मेडिकल अफसरों से लगातार मशविरा किया जा रहा है. कैमरे में राहुल की हलचल बीच-बीच में दिख रही है.
राहुल को बोरवेल से सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. सैकड़ों अधिकारियों, कर्मचारियों की टीम लगातार बिना रुके बोरवेल तक सुरंग बनाने का काम कर रही है. एनडीआरएफ की टीम गड्ढे में जल्द उतरने की तैयारी में है. देखें Video:
समांतर खोदा जा रहा गड्ढा
बच्चे को बाहर निकालने के लिए बोरवेल से कुछ दूरी पर एक समांतर गड्ढा खोदा जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और भारतीय सेना के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. वहीं, डॉक्टरों के दल ने राहुल के लिए बोरवेल के भीतर ऑक्सीजन पहुंचाने का इंतजाम किया है.
टनल बनाने का काम
तकरीबन 55 से 60 फिट की दूरी तक बोरवेल में फंसे बच्चे तक खुदाई कर ली गई है. अब टनल बनाने का काम किया जा रहा है. NDRF की टीम मैनुअल क्रेन लगाकर भेजे गए हुक और रस्सी से भी राहुल को ऊपर लाने अपनी कोशिशें पिछले 48 घंटे से ज्यादा समय से जारी रखे हुए है.
शुक्रवार को गिर था
बता दें कि जिले के मालखरौदा विकासखंड के पिहरिद गांव में शुक्रवार दोपहर बाद राहुल साहू घर के पिछले हिस्से में खेलते समय एक खुले पड़े बोरवेल में गिर गया था. राहुल बोरवेल में 70 से 80 फुट नीचे फंसा हुआ है.
खुला पड़ा था बोरवेल
लड़के के पिता लाला राम साहू के मुताबिक, उन्होंने कुछ समय पहले घर के पिछले हिस्से में सब्जी उगाने के लिए लगभग 80 फुट गहरा बोरवेल खुदवाया था. जब बोरवेल में पानी नहीं निकला तब उसे बिना इस्तेमाल किए छोड़ दिया गया. शुक्रवार को खेलने के दौरान राहुल इस सूखे और खुले पड़े बोरवेल में गिर गया.
बोरवले में कैमरा लटकाया गया
राहुल के हालात का पता लगाने के लिए बोरवेल में रस्सी के सहारे एक कैमरा लटकाया गया है. इसी कैमरे में राहुल की हलचल नजर आ रही है. वह बोर में थोड़े बहुत पानी को भी बाल्टी में भरता नजर आ रहा है. बीती रात लगभग 12 बजे तक राहुल ने हलचल की थी, इसके बाद उसने सुबह हलचल की है.
केला, फ्रूटी और जूस पीया
मौके पर मौजूद डॉक्टरों के अनुसार राहुल की हालत ठीक है हालांकि, समय बीतने के साथ ही उसमें कुछ कमजोरी के लक्षण भी दिख रहे हैं. बोरवेल में रस्सी के सहारे राहुल के लिए केला, फ्रूट और जूस पहुंचाया गया है.
रोबोटिक्स इंजीनियर बुलाए गए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया, ''राहुल के बचाव के ऐतिहासिक ऑपरेशन में अब रोबोट भी शामिल है. रोबोट को लैपटॉप से कंट्रोल कर नीचे कमांड दिया जा रहा है. इस काम को रेस्क्यू रोबोट बनाने वाले गुजरात के महेश अहीर द्वारा किया जा रहा. उन्होंने पहले भी इस काम को बखूबी अंजाम दिया है.''
कोई कसर नहीं छोड़ रहे
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में CM ने कहा, ''अभी मैंने राहुल के माता-पिता से वीडियो कॉल के माध्यम से बात की है. मैं उनकी मनोदशा को समझ सकता हूं. बच्चे का बोरवेल में गिरना दुखद है. हम सब उसे बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.हमें विश्वास है कि ईश्वर हमारा साथ देंगे.''
अभियान चलाएंगे
CM बघेल ने कहा, ''साथ ही ऐसी दुर्घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए हम राज्य में ऐसे खुले बोरवेल को बंद करने का अभियान चलाएंगे. ग्रामीणों से भी सहयोग की उम्मीद रहेगी कि जहां भी वे खुला बोरबेल देखें हमें सूचित करें. इसके लिए हम एक अलग हेल्पलाइन जारी करेंगे. स्थानीय प्रशासन की ज़िम्मेदारी भी सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी सूचना मिलने पर फ़ौरन कार्रवाई करे. लेकिन इस सब में जनभागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है, मुझे विश्वास है कि हमेशा की तरह जनता का सहयोग मिलेगा.''
(नरेश शर्मा के इनपुट के साथ)