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जाते-जाते स्निफर डॉग क्रेकर ने बचाई 20 से ज्यादा CRPF जवानों की जान

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के द्वारा लगाए गए प्रेशर बम के चपेट में आकर सीआरपीएफ का एक स्निफर डॉग शहीद हो गया

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के द्वारा लगाए गए प्रेशर बम के चपेट में आकर सीआरपीएफ का एक स्निफर डॉग शहीद हो गया . इस डॉग का नाम क्रेकर था .घटना के दौरान एक जवान भी प्रेशर बम की चपेट में आने से घायल हो गया . उसे गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया है.

गौरतलब है कि शुक्रवार को मोदकपाल थाने की पुलिस और सीआरपीएफ के जवान सर्चिंग पर निकले थे. शाम को वापस लौटते समय ग्राम चिन्न्कोडेपल के समीप जंगल में माओवादियों ने उनके रास्ते पर प्रेशर बम लगाया था . स्नफर डॉग क्रेकर दस्ते में सबसे आगे चल रहा था. इसी दौरान उसे बारूद की गंध आई. क्रेकर उसकी पड़ताल करते हुए सड़क के बायीं ओर आगे बढ़ा. इस दौरान संभावित खतरे को भांपते हुए सीआरपीएफ के जवान सतर्क हो गए. बम की खोज करते हुए क्रेकर का पैर अचानक जमीन के उस हिस्से पर पड़ गया जिसके नीचे करीब 20 किलो का प्रेशर बम प्लांट किया गया था. अचानक हुए विस्फोट से क्रेकर शहीद हो गया. जबकि हैंडलर बुरी तरह से जख्मी हो गया.

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सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों ने नम आंखों से क्रेकर को विदाई दी. बताया जा रहा है कि भले ही क्रेकर शहीद हो गया लेकिन उसने अपने साहंस और कार्यकुशलता से कम से कम 20 जवानों की जान बचाई. उसकी उम्र लगभग 6 साल और नस्ल लैब्राडोर बताई जा रही है. जवानों के मुताबिक क्रैकर ने टेकनपुर सेंटर से प्रशिक्षण लिया था.

नक्सलिओं ने यह प्रेशर बम बड़ी ही चलाकी से प्लांट किया था. वो सुरक्षा बलों पर हमले की तैयारी में थे. हालांकि विस्फोट के बाद नक्सली दूर दूर तक नजर नहीं आए. अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि, वो किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. लेकिन इसके पहले ही क्रैकर ने विस्फोटक खोज निकाला. नक्सली इतना भारी विस्फोटक अक्सर सुरक्षा बलों के वाहनों को उड़ाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. फिलहाल जांच की जा रही है कि यह विस्फोटक कब और किन ग्रामीणों की सहयता से प्लांट किया था.

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