छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों ने 1 महिला सहित 6 नक्सलियों को मार गिराया. नक्सलियों के पास से 9 बंदूक बरामद की गई हैं. सोमवार शाम से ही सुरक्षाबलों ने इस क्षेत्र में 'ऑपरेशन प्रहार 2' जारी किया है. ये सारे नक्सली इसी ऑपरेशन के तहत मारे गए. वहीं, सुकमा इलाके के नक्सल कैंप भी ध्वस्त किए गए हैं. बता दें, अबूझमाड़ को नक्सलियों का गढ़ भी कहा जाता है.
नक्सलियों के पास से मिले 9 हथियार
सुरक्षाबलों ने मारे गए नक्सलियों के पास 9 हथियार बरामद किए हैं. बताया जा रहा है कि ये हथियार आधुनिक हैं. सुरक्षाबलों ने सोमवार शाम को ही इस इलाके में 'ऑपरेशन प्रहार 2' शुरू किया था. इससे पहले भी ये ऑपरेशन नक्सलियों पर एक्शन लेने में काम आया था. सुरक्षाबल समय-समय पर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ये ऑपरेशन चलाते रहते हैं. स्पेशल डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी के मुताबिक, नक्सलियों के खिलाफ शुरू किए गए अभियान प्रहार का यह दूसरा चरण है. ये ऑपरेशन आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा. सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर जिलों में 2 हजार से ज्यादा जवान मोर्चे पर हैं. उनकी पहली प्राथमिकता इस इलाके को पूरी तरह से नक्सल मुक्त बनाना है.
नक्सलियों के लिए क्यों मुफीद है अबूझगढ़
करीब 3900 वर्ग किमी में फैला अबूझमाड़ का जंगल नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. यह जंगल घना होने के कारण नक्सलियों के छिपने के लिए सबसे अच्छा है. साथ ही सुरक्षाबलों को भी इस इलाके में कार्यवाही करने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. यही वजह है कि यहां नक्सली बड़ी संख्या में डेरा जमाए रहते हैं.
आजादी के बाद पहली बार हुआ था सर्वे
गौरतलब है कि अबूझगढ़ में सरकार ने भी अपना दखल बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसी साल अप्रैल महीने में अबूझमाड़ के पूरे इलाके को चिन्हित करने का काम प्रशासन से शुरू किया. इसके लिए बाकायदा गांव-गांव जाकर हर एक प्लॉट और घर का सर्वे किया जा रहा है. आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है. ये काम नारायणपुर जिले से शुरू किया गया.