छत्तीसगढ़ के 10वीं कक्षा पास गरीब बच्चों को उच्च तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रशिक्षण देने स्कूल शिक्षा विभाग और सुपर-30 के बीच आपसी सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए. इसके तहत देश के प्रतिष्ठित सुपर-30 संस्था द्वारा छत्तीसगढ़ के दसवीं उत्तीर्ण लगभग एक सौ गरीब बच्चों को आई.आई.टी., एनआईटी और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा.
इसके लिए सुपर-30 द्वारा राज्य सरकार से केवल एक रुपये वार्षिक शुल्क लिया जाएगा. प्रशिक्षण देने वाले विशेषज्ञों के रायपुर प्रवास, प्रशिक्षण स्थल और उपकरण पर होने वाले व्यय राज्य सरकार वहन करेगा.
छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि गरीब छात्रों का टेलेंट सामने लाने में यह समझौता काफी फायदेमंद साबित होगा.
स्कूल एजुकेशन के सेक्रेटरी दिनेश श्रीवास्तव ने कहा छत्तीसगढ़ के नक्सल पीड़ित क्षेत्रों के गरीब बच्चों को आई.आई.टी., एनआईटी और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राज्य सरकार हमेशा प्रयत्नशील रही है. इसके पहले भी हमने प्रयास के माध्यम से बच्चों को उच्च तकनीकी संस्थानों में प्रवेश दिलाया है. सुपर-30 संस्था आई.आई.टी. और एनआईटी प्रवेश परीक्षा में प्रशिक्षण देने वाली देश की प्रतिष्ठित संस्था है. इस संस्था के अनुभवी विशेषज्ञों का लाभ हमारे दूरस्थ अंचलों के गरीब बच्चों को मिलेगा.