छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए, जबकि 15 अन्य घायल हो गए हैं. घायलों में 7 जवनों की हालत गंभीर बताई जा रही है. नक्सलियों ने गुरुवार शाम को घात लगाकर हमला किया था. जंगल में फंसे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दल को बाहर निकालने की कार्रवाई की जा रही है.
राज्य में नक्सल मामलों के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि नक्सलियों ने गुरुवार को गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया था. गुरुवार को शहीद हुए दो जवानों की पहचान लिंजु एन और फतेह सिंह के रूप में हुई है, जबकि उनके एक साथी लक्ष्मण सिंह की शुक्रवार को मौत हो गई. घायल जवानों को रायपुर के अस्पताल में भर्ती किया गया है.
Sukma Encounter: Injured CRPF jawans brought to a hospital in Raipur (Chhattisgarh) pic.twitter.com/HcUHWo4FpH
— ANI (@ANI_news) March 4, 2016
डब्बामरका गांव के जंगल में किया हमला
गुरुवार को सुकमा जिले के किस्टाराम थाना क्षेत्र के अंतर्गत डब्बामरका गांव के जंगल में सीआरपीएफ के गश्ती दल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. अवस्थी ने बताया कि सीआरपीएफ का गस्ती दल डब्बामरका गांव के जंगल में था, तब नक्सलियों ने दल पर घात लगाकर हमला कर दिया.
हमले के बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी थी. इस दौरान नक्सलियों ने पुलिस दल पर कई स्थानों पर गोलीबारी की. उन्होंने बताया कि नक्सलियों से मुठभेड़ के कारण पुलिस दल जंगल से बाहर नहीं निकल सका है. मुठभेड़ की सूचना के बाद लगभग छह सौ जवानों का एक दल सीआरपीएफ के दल की मदद के लिए निकला.
घायलों में कोबरा बटालियन के आरक्षक भी
पुलिस अधिकारियों ने इस घटना में सीआरपीएफ के 208वीं कोबरा बटालियन के पांच पुलिस कर्मियों उप निरीक्षक राजवीर सिंह, कमांडेंट पीएस यादव, असिस्टेंट कमांडेंट योगेंद्र, हवलदार संतोष और एक आरक्षक के घायल होने की सूचना दी, वहीं सीआरपीएफ के अधिकारियों ने देर रात दो पुलिसकर्मियों के शहीद होने और 14 अन्य के घायल होने की जानकारी दी थी.