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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में शनिवार-रविवार की की रात गैंगवार की एक बड़ी वारदात हुई. दो गैंग के बीच चल रही रंजिश में एक गैंग ने दूसरे गैंग के मेंबर पर जानलेवा हमला किया. हैवंस पार्क होटल के CCTV में युवक पर हमले की पूरी घटना कैद हुई है. घायल भास्कर वर्मा की रिपोर्ट पर तारबाहर पुलिस ने काव्य गढ़वाल, सिद्धार्थ शर्मा, प्रिंस शर्मा और आयुष मराठा को गिरफ्तार किया है. वहीं, अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है.
तारबहर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार-रविवार की दरमियानी रात करीब 1:30 बजे चकरभाटा के रनहे वाले 21 साल भास्कर वर्मा पर जानलेवा हमला किया गया. भास्कर के दोस्त नवीन गोस्वामी ने पुलिस को बताया कि रात करीब 10:00 बजे के भास्कर ने फोन किया था. गाड़ी खराब होने की बात कहते हुए लेने आने का बोला था.
नवीन ने आगे बताया कि जब वह भास्कर को लेने के लिए हेवंस पार्क होटल की गली के सामने पहुंचा तो 2 कार और 3 बाइक पर सवार 10-15 लोग वहां आ गए और भास्कर पर लाठी, डंडे और खास तरीके से बनाए गए हथियार से हमला कर दिया.
हमलावरों ने दोनों तरफ से भास्कर को घेरा
नवीन ने बताया कि हमलावरों ने गली को दोनों तरफ से घेर लिया और भास्कर को दौड़ा-दौड़ा कर मारने लगे. हमलावार अपने साथ एक खास हथियार लेकर आए थे, जो लोहे की रॉड पर बाइक की चेन रिंग को काटकर बनाया गया था. फरसे की तरह दिखने वाला नुकीला हथियार लगातार भास्कर वर्मा पर मारा जा रहा था.
वहीं, घटना का जो वीडियो सामने आया है उसमें 8-10 युवक भास्कर पर हमला करते दिखाई दे रहे हैं और एक के बाद बाद उस पर जानलेवा हमला किया जा रहा है. भास्कर किसी तरह अपनी जाच बचाकर गली में आगे भाग जाता है और हमलावर उसके पीछे-पीछे दौड़ते नजर आ रही है.
इस हमले में भास्कर का हाथ टूट गया है और उसके शरीर पर कई जख्म आए हैं. सिर, पीठ, हाथ, पैर पर गंभीर जख्म आए हैं. उसका अस्पताल में इलाज जारी है.
देखें वीडियो...
केस दर्ज, कुछ हमलावर गिरफ्तार
पीड़ित भास्कर की शिकायत पर तारबाहर पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 147, 506, 294, 307 के तहत केस दर्ज किया गया है. काव्य गढ़वाल, सिद्धार्थ शर्मा, प्रिंस शर्मा और आयुष मराठा को गिरफ्तार किया है. वहीं, अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है.
कौन है मेडी गैंग और वसीम गैंग का गॉड फादर ?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मैडी गैंग अक्सर राजनीतिक संरक्षण की वजह से इस तरह की गंभीर अपराधों को अंजाम देता है. कथित तौर पर कांग्रेस के बड़े नेता और बिलासपुर कांग्रेस में अपनी विशेष पैठ रखने वाले नेताओं के द्वारा राजनीतिक संरक्षण में पल रहे मैडी गैंग के हौसले और बुलंद हो गए हैं. कुछ समय तक पहले मैडी गैंग के मुख्य कर्ता-धर्ता रितेश को तड़ीपार भी किया गया था, लेकिन राजनीतिक संरक्षण की वजह से उसे फिर से शहर में रहने का मौका मिला था.
वहीं, दूसरी तरफ वसीम खान के गैंग में दर्जनों किशोर और युवा शामिल हैं, जो किसी भी तरह की अप्रिय घटना को अंजाम देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. पिछले दिनों एक हिंदू लड़के की हत्या के मामले में वसीम खान का नाम सामने आया था और तब से वह अंडरग्राउंड ही रह रहा था. अब चुनाव नजदीक है लिहाजा ऐसे गुंडों को सक्रिय कर लिया गया है. भास्कर वर्मा भी वसीम गैंग का सदस्य है.