scorecardresearch
 

कौन हैं विजय शर्मा? छत्तीसगढ़ में BJP ने क्यों चला डिप्टी सीएम बनाने का दांव, जानिए

छत्तीसगढ़ में सरकार की तस्वीर साफ हो गई है. सबसे अधिक चर्चा एक नाम को लेकर हो रही है. वह नाम है विजय शर्मा का. विजय शर्मा छत्तीसगढ़ की नई सरकार में डिप्टी सीएम होंगे. विजय को डिप्टी सीएम बनाने वाले बीजेपी के दांव के पीछे क्या रणनीति है?

Advertisement
X
विजय शर्मा (फाइल फोटोः फेसबुक)
विजय शर्मा (फाइल फोटोः फेसबुक)

छत्तीसगढ़ में चुनाव के बाद नई सरकार की तस्वीर साफ हो गई है. दिग्गज आदिवासी नेता विष्णुदेव साय नई सरकार में मुख्यमंत्री होंगे तो वहीं दो डिप्टी सीएम भी बनाए जाएंगे जिसमें एक चौंकाने वाला नाम है- विजय शर्मा. विधानसभा चुनाव संपन्न होने तक विजय शर्मा का नाम अधिक चर्चित नहीं था. लेकिन अब डिप्टी सीएम के लिए उनका नाम सामने आने के बाद लोगों की दिलचस्पी ये जानने में अधिक जाग गई है कि विजय शर्मा कौन हैं और इन्हें सरकार में नंबर दो का ओहदा देकर पार्टी क्या पाना चाहती है?

Advertisement

कौन हैं विजय शर्मा

विजय शर्मा कबीरधाम जिले के कवर्धा के ही रहने वाले हैं. विजय शर्मा की पहचान कार्यकर्ताओं के लिए सुलभ, जमीनी नेता की है. 50 साल के विजय शर्मा बीजेपी के जिलाध्यक्ष और जिलाध्यक्ष भी रहे हैं. इस समय उनके पास प्रदेश संगठन में महामंत्री की जिम्मेदारी भी है. फिजिक्स से एमएससी विजय शर्मा भोज विश्वविद्यालय से एमसीए भी हैं. विजय शर्मा की गिनती छत्तीसगढ़ बीजेपी के तेज-तर्रार और जमीन पर काम करने वाले नेताओं में होती है.

बीजेपी ने क्यों बनाया डिप्टी सीएम

सूबे में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद विजय शर्मा सरकार के खिलाफ मोर्चे खोले नजर आए. विजय शर्मा को सरकार विरोधी आंदोलन के दौरान हुए झंडा कांड में जेल भी जाना पड़ा था. अब पार्टी ने जब विजय को डिप्टी सीएम बनाने का फैसला ले लिया है, तब इसे सरकार के खिलाफ संघर्ष के इनाम के रूप में भी देखा जा रहा है.

Advertisement

क्या है 2018 कनेक्शन

विजय शर्मा को डिप्टी सीएम बनाने के फैसले के पीछे 2018 कनेक्शन को भी बड़ा फैक्टर माना जा रहा है. दरअसल, बीजेपी के लिहाज से कवर्धा सीट प्रतिष्ठापरक रही है. कांग्रेस ने पिछले चुनाव में तब के अपने प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के करीबी मोहम्मद अकबर को उम्मीदवार बनाया था.

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में साफ हुई सरकार की तस्वीर, विष्णुदेव CM तो अरुण साव और विजय शर्मा को डिप्टी की कमान

मोहम्मद अकबर ने बीजेपी के अशोक साहू को करीब 60 हजार वोट के बड़े अंतर से हराया था. 2023 में बीजेपी ने बघेल सरकार में वन मंत्री रहे मोहम्मद अकबर के खिलाफ विजय को उतारा. विजय ने मोहम्मद अकबर को करीब 40 हजार वोट के अंतर से हरा दिया. अब बीजेपी ने विजय को डिप्टी सीएम बनाने का ऐलान कर दिया है तो इसे कांग्रेस के बड़े चेहरे को बड़ी शिकस्त देने का इनाम भी बताया जा रहा है.

इस दांव से क्या पाना चाहती है बीजेपी

अब सवाल ये भी है कि एक ऐसे नेता को जिसे सूबे की अगली कतार में गिना भी नहीं जाना था, उसे नई सरकार में नंबर दो का ओहदा देकर बीजेपी आखिर क्या पाना चाहती  है. एक तो विजय शर्मा सामान्य वर्ग से आते हैं. सरकार के शीर्ष से सामाजिक साधने की रणनीति में आदिवासी और ओबीसी के साथ सामान्य को प्रतिनिधित्व देने की रणनीति में फिट हैं ही, विजय की फायरब्रांड हिंदू नेता की इमेज भी बीजेपी के सियासी सांचे में फिट बैठती है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ः अरुण साव-विजय शर्मा बने डिप्टी सीएम, रमन सिंह संभालेंगे स्पीकर की कुर्सी

कवर्धा के चुनाव प्रचार में जिस तरह हिंदुत्व का मुद्दा छाया रहा, वह भी बताया है कि विपक्ष के जातीय जनगणना के दांव की काट के लिए हिंदुत्व को धार देने की रणनीति पर ही बीजेपी आगे बढ़ेगी और विजय शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया जाना भी इसी रणनीति का अंग है. कहा तो ये भी जा रहा है कि रमन सिंह की 15 साल वाली सरकार के तीनों ही कार्यकाल में ज्यादातर एक ही चेहरे मंत्री रहे.

ये भी पढ़ें- विष्णुदेव साय बनेंगे BJP के 'खेवैया'? छत्तीसगढ़ के इस फैसले में एमपी-राजस्थान के लिए क्या हैं संदेश

चेहरे नहीं बदलने को भी 2018 में मिली हार की बड़ी वजह बताया गया था. ऐसे में अब पार्टी की रणनीति अधिक से अधिक नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल करने की होगी. मंत्रिमंडल में भी दिग्गजों को दरकिनार कर पार्टी कई चौंकाने वाले चेहरों को जगह दे सकती है.

Live TV

Advertisement
Advertisement