राजनांदगांव शहर के लखोली क्षेत्र में एक महिला के ने पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह कर लिया. महिला प्रधानमंत्री आवास योजना से बने मकान के आवंटन की मांग कर रही थी. वह बीते एक साल से अवैध रूप से प्रधानमंत्री आवास में रह रही थी. नगर निगम का अमला मकान खाली कराने पहुंचा था.
इसके बाद महिला ने घर छोड़ने से इनकार कर दिया और मांग की थी कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान का आवंटन किया जाए. मांग पूरी नहीं होने पर महिला ने पेट्रोल छिड़कर कर आग लगा ली. घटना के बाद महिला को गंभीर अवस्था में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
नगर निगम की टीम गई थी मकान सील करने
लखोली में झुग्गी बस्तियों में रह रहे लोगों के व्यवस्थापन के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाए गए हैं. इस आवास योजना में आवंटन से पूर्व ही कई परिवार के लोग अवैध रूप से रहने लगे हैं.
इन मकानों को खाली कराने के लिए नगर निगम ने लोगों को नोटिस जारी करते हुए 28 दिसंबर तक मकान खाली करने कहा गया था. जब लोगों ने मकान खाली नहीं किया, तो नगर निगम ने अवैध कब्जा करने वाले लोगों के मकानों में ताला जड़कर सील कर दिया.
इन्हीं में से एक मकान में आवंटन से पहले ही अपने बच्चों के तलाकशुदा महिला यासमीन मेमन साथ रह रही थी. मकान आवंटन नहीं होने से आक्रोशित होते हुए उसने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह कर लिया. घटना के बाद उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है.
कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन कर रहे हैं लोग
अनाधृकित रूप से रह रहे लोगों ने कलेक्टर कार्यालय के पास तीन दिनों से आवास आवंटन की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि आज यास्मीन ने आत्महत्या करने की कोशिश की है. अब हम लोग भी आत्महत्या करने मजबूर हैं.
महिला ने जमा किए थे जरूरी दस्तावेज
शहर लखोली क्षेत्र में बने प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान पाने की चाहत लिए यासमीन मेमन ने जरूरी दस्तावेज नगर निगम में जमा कर दिए थे. उसने मकान आवंटन की मांग की थी. मगर, नियमानुसार झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों के व्यवस्थापन के लिए इन मकानों का आवंटन नगर निगम को करना था.
इसलिए उसे मकान आवंटित नहीं किया गया था. यासमीन मेमन अनाधिकृत रूप से इस घर में रह रही थी. मामले में नगर निगम प्रधानमंत्री आवास योजना के नोडल अधिकारी यूके रामटेके का कहना है कि यासमीन मेमन को पेंड्री क्षेत्र में आवास का आवंटन किया जा चुका है. फिर भी वह करीब 7 महीने से अवैध रूप से लखोली क्षेत्र के आवास में रह रही थी.
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई- एसपी
इस घटना से आसपास के लोग सकते में आ गए हैं. नगर निगम के खिलाफ उनका आक्रोश भी नजर आ रहा है. मामले में राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि नोटिस तामील कराने के लिए नगर निगम और प्रशासन की टीम गई हुई थी. इसी दौरान यासमीन मेमन ने अचानक आग लगा ली. मामले की जांच की जा रही है. जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
(इनपुट- परमानंद रजक)