छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर 5 लाख की इनामी महिला माओवादी हड़मे माड़वी ने आत्मसमर्पण किया है. हड़मे माड़वी केरलापाल एरिया कमेटी की सदस्य और नागाराम एलओएस कमांडर के रूप में सक्रिय थी. उसने सोमवार को पुलिस अधिकारियों के सामने समर्पण किया.
28 वर्षीय हड़मे माड़वी ने माओवादी संगठन में 2013 में शामिल होकर छोटे लखापाल जीआरडी सदस्य और केएएमएस अध्यक्ष के पद से शुरुआत की थी. इसके बाद वो साल 2015 में दरभा डिवीजन की पेद्दारास एलओएस सदस्य और डुमाम एलओएस कमांडर रही. 2016 और 2017 के बीच वह कई पुलिस-माओवादी मुठभेड़ों में शामिल रही, जिनमें ग्राम कुन्ना, मार्जुम, डब्बा और गुमोड़ी की घटनाएं शामिल हैं.
माओवादी हड़मे माड़वी ने किया आत्मसमर्पण
समर्पण के बाद माओवादी हड़मे माड़वी ने अपने फैसले के पीछे माओवादी संगठन के अंदरूनी मतभेद, जंगलों में रहने की कठिनाई और माओवादी विचारधारा के अमानवीय शोषण को कारण बताया.
महिला माओवादी को छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 25 हजार रुपये की सहायता राशि और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. इसके अलावा, उसे व्यवसायिक प्रशिक्षण और आवास की सुविधाएं भी दी जाएंगी.
अबतक 887 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं
जिला दंतेवाड़ा में पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी, पुलिस उपमहानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक गौरव राय के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 207 इनामी माओवादी समेत कुल 887 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं.
(रिपोर्ट- रौनक शिवहरे)