छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर की रहने वाले एक महिला ने अपने प्रेमी और रिश्तेदारों पर गंभीर आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि प्रेमी मनीष यादव ने जबरन उसका गर्भपात उस समय कराया जब वो 8 माह की गर्भवती थी.
पीड़िता ने एसपी से शिकायत की है कि मनीष ने दो साल तक शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. जब वह गर्भवती हुई, तो जुलाई में मनीष के रिश्तेदारों ने उसे गर्भपात की गोलियां जबरन खिलाईं और स्प्राइट पिलाया. इसके बाद उसका प्रसव हो गया, लेकिन बच्चे को उससे 20 दिन तक दूर रखा गया. बाद में कहा गया कि बच्चा मर चुका है और उसे दफना दिया गया है.
यह घटना मलगवां खुर्द गांव में हुई. पीड़िता ने पूर्व उपसरपंच कृष्णा यादव, संतोष यादव और पार्वती यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन लोगों ने उसे गर्भपात के लिए लगातार दबाव डाला. जब उसने मना किया, तो 1 जुलाई को सोनोग्राफी के बहाने उसे दिनभर घुमाया और बाद में घर ले जाकर जबरन गोलियां खिलाईं.
8 माह की गर्भवती को खिलाईं गर्भपात की गोलियां
गोलियां खाने के बाद पीड़िता का प्रसव हो गया, लेकिन आरोपियों ने नवजात को अपने कब्जे में ले लिया. उन्होंने कहा कि बच्चा वेंटीलेटर पर है, और उसे स्वस्थ होने के बाद सौंपा जाएगा. लेकिन 20 दिन बाद उसे बताया गया कि बच्चा मर चुका है.
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज किया केस
पीड़िता ने आरोप लगाया कि उपसरपंच और उसके परिवार ने बच्चे को मार डाला और उसे अंतिम संस्कार करने का मौका भी नहीं दिया. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कृष्णा यादव, संतोष यादव, पार्वती यादव और मनीष यादव के खिलाफ धारा 3(5), 89, 94 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.