छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक निजी स्कूल के पांच छात्रों ने अपनी शिक्षिका को विस्फोट में उड़ाने की योजना बनाई. इनकी उम्र 13 से 15 साल के बीच थी. छात्रों ने सोशल मीडिया से प्रेरणा लेकर सोडियम का उपयोग करने की योजना बनाई. दुर्भाग्य से, योजना के तहत एक 9 वर्षीय बच्ची बम का शिकार बन गई.