छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. आरोपी सुरेश चंद्राकर के अवैध कब्जों और ठिकानों पर बुलडोजर चलाया गया है. इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं. क्या पत्रकार की हत्या के बाद ही प्रशासन जागा है? क्या पहले ये अवैध निर्माण नजर नहीं आए थे? अगर समय रहते कार्रवाई होती, तो शायद एक पत्रकार की जान बच सकती थी. यह घटना मीडिया की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है.