देश की राजधानी नई दिल्ली के कुछ हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ की वजह है यमुना में बढ़ता जलस्तर. यमुना का जलस्तर 208 मीटर को पार कर चुका है. इससे पहले 1978 में पहली बार लोहे वाले ब्रिज के पास जलस्तर 207.49 मीटर रिकॉर्ड किया गया था.
अगर यमुना नदी में जलस्तर और बढ़ता है तो दिल्ली के लिए भारी संकट हो सकता है. यमुना का पानी घुसने से दिल्ली के 3 वाटर प्लांट को बंद कर दिया गया है.
दिल्ली में बाढ़ से स्थिति ये है कि VIP इलाकों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. बाढ़ का पानी सिविल लाइंस इलाके में पहुंच चुका है और इसी इलाके में मुख्यमंत्री आवास भी है. जानकारी के मुताबिक, अगर यमुना के जलस्तर में तेजी कम नहीं हुई तो अगले कुछ घंटों में ही बाढ़ का पानी सिविल लाइंस इलाके स्थित सीएम आवास में घुस सकता है.
यमुना किनारे के कई इलाके तेजी से डूब रहे हैं. रिंग रोड तक पानी आ गया है. कश्मीरी गेट बस अड्डा भी खतरे में है. राजघाट, ITO, पुराना किले के इलाके पानी-पानी हो गए हैं. लाल किले के पीछे के एरिया में पानी घुस गया है.
लालकिला के बाहर घुटनों से ऊपर तक पानी पहुंच गया है. सिविल लाइंस इलाके में अधिकारियों के आवास में पानी घुस गया है. इसके अलावा मोनेस्ट्री, यमुना बाजार, यमुना खादर, मजनूं का टीला और यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के बाहर तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है.
वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी घुसने के बाद प्लांट को बंद करना पड़ा. यमुना की बाढ़ को देखते हुए NDRF की टीमें भी एक्शन में हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने का काम जारी है. लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हैं, तेजी से सड़कों की तरफ आ रहे पानी की वजह से कई रास्ते बंद कर दिए गए हैं.
यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के बाहर पानी भर गया है. एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिया गया है. हालांकि, इंटरचेंज सुविधा अभी भी उपलब्ध है. ब्लू लाइन पर सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं. मेट्रो में अनाउंसमेंट किया जा रहा है. लक्ष्मी नगर या अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से आवागमन किए जाने की अपील की जा रही है.
कश्मीरी गेट के आसपास बने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी रविवार तक बंद रखने के लिए कहा गया है. इसके अलावा कोई भी अंतरराज्यीय बस ISBT तक नहीं आएगी. यात्रियों को सिंघु बॉर्डर से डीटीसी बसों की सेवाएं दी जाएंगी.
यमुना के बढ़ते जल स्तर की वजह से एहतियात के तौर पर नदी पर बने सभी चार मेट्रो पुलों से ट्रेनें 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजर रही हैं. सभी रूट्स पर सेवाएं सामान्य हैं. इसके अलावा दिल्ली राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम ने गुरुवार को काम बंद रखा है.