अलका लांबा ने कांग्रेस का दामन छोड़ थाम लिया है 'आम आदमी पार्टी' का हाथ. अल्का लांबा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के दयाल सिंह कॉलेज और सेंट स्टीफंस कॉलेज में पढ़ाई की.
कांग्रेस के स्टूडेंट विंग एनएसयूआई की राजनीति और 1995 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट का चुनाव जीता.
अलका लांबा ने लोकेश कपूर से शादी की मगर कुछ बरसों बाद दोनों अलग हो गए.
अलका का एक बेटा है, जिसका नाम ऋतिक है.
1997 में अलका एनएसयूआई की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं.
2002 में ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की महासचिव बनीं.
2003 में मोती नगर सीट से बीजेपी के हैवीवेट नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे मदनलाल खुराना के खिलाफ विधानसभा चुनाव हारीं.
2006 में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महासचिव बनीं.
इसी साल गो इंडिया फाउंडेशन नाम का एनजीओ बनाया.
2007 से 2011 तक कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव रहीं.
जब अलका लांबा को दिल्ली विधानसभा के चुनावों में कांग्रेस का टिकट नहीं मिला, तो उन्होंने अपनी तकलीफ फेसबुक पर भी जाहिर की. मगर यह भी लिखा कि देश, मां और पार्टी को छोड़ा नहीं जाता.
लेकिन आज अलका ने कांग्रेस छोड़ दी और उसी आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया, जिसकी वह हाल तक मुखालफत करती थीं.
अलका लांबा को बहुत स्टाइलिश महिला नेता भी माना जाता है.