उत्तराखंड में दिल्ली के करीब 692 लोग अभी भी लापता है. ये जानकारी खुद सीएम शीला दीक्षित ने दी है. कुल 772 लोग लापता हुए थे जिनमें से 80 ही लौट पाए.
दिल्ली कैबिनेट ने फैसला किया है कि हर एमएलए अपने फंड से दस लाख रुपए देंगे. दिल्ली सरकार के कर्मचारी भी अपनी एक दिन की सैलरी पीडितों के लिए देंगे. सारे एमएलए एक महीने की सैलरी देंगे. दिल्ली सरकार एक हेल्पलाइन भी शुरू करेगी.
गम में डूबे कई परिवार
उतराखंड में हुई त्रासदी में दिल्लीवासियों ने भी अपनो को खोया है. जैसे जैसे लोगों के बारे में जानकारी मिलती जा रही है वैसे वैसे दिल्ली के कई इलाको से लोगों के नाम सामने आ रहे हैं जो केदारनाथ की यात्रा पर थे. कुदरत के इस कहर में दिल्ली के हौजखास अशोक विहार और त्रीनगर में तीन परिवारों ने अपनो को हमेशा के लिए खो दिया. अगर कुछ बचा तो बस सिसकिया और आंसू
दिल्ली के हौजखास इलाके से 8 लोग केदारनाथ की यात्रा के लिए निकले थे. लेकिन अब तक वापस नही लौटे. परिवार टकटकी लगाए बिछड़ो का इंतजार कर रहा है.
हौजखास का ये कोई एक परिवार नहीं है जो अपनो को खो चुका है बल्कि अशोक विहार में भी एक परिवार ने अपने 8 लोगों को खो दिया. सत्यवती कालोनी के निवासी भगत बंसल के इस घर पर उनके रिश्तेदार और पड़ोसी रोज दरवाजे पर टकटकी लगाकर देखतें है. भगत के साथ उनकी पत्नी ममता बंसल भाई चन्द्र शेखर और गीता बंसल और बच्चे केदारनाथ धाम को निकले थे. किसी के पास कोई खबर नहीं. त्रीनगर का परिवार भी इसी तरह गम में डूबा हुआ है.