दिल्ली के रोहिणी दक्षिण पुलिस स्टेशन में एक उप निरीक्षक राजवीर सिंह ने कथित रूप से दो महिलाओं को पीटा जिसके बाद शनिवार को राजवीर सिंह और 3 महिला पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया.
महिलाओं ने अपनी शिकायत में उप निरीक्षक पर शुक्रवार को पुलिस थाने में उन्हें पीटने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि उप निरीक्षक उन्हें लूटपाट के एक मामले में शामिल होने का अपराध कबूल करने के लिए मजबूर कर रहा था. दोनों पीड़िता को इलाज के लिए अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया था जहां स्थानीय लोगों की एक भीड़ ने उनके साथ हिरासत में हुई कथित बर्बरता को लेकर हंगामा किया.
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने कहा, 'दोनों महिलाओं को पीटने वाले उप निरीक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.' उन्होंने कहा, 'आईपीसी की धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 330 (अपराध कबूल करने के लिए जानबूझकर चोट पहुंचाना), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना), 509 (किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से कुछ कहना, इशारा करना या कुछ करना) और अनुसूचित जाति अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.'
महिलाओं के साथ पूछताछ के दौरान रेप की कोशिश की गई: राखी बिड़लान पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी विधायक राखी बिड़लान ने कहा कि दोनों महिलाओं को 15 दिसंबर को हुए एक चोरी के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. उन्होंने कहा, 'सुबह से शाम तक महिला कॉन्सटेबलों ने महिलाओं को पीटा. उनके साथ रेप की भी कोशिश की गई.' बिड़लान ने आरोप लगाया है कि एसएचओ की नाक के नीचे यह सब हुआ है. उन्होंनें मांग की है, 'पूरे थाने को टर्मिनेट कर दिया जाना चाहिए.'
आम आदमी पार्टी नेता अल्का लांबा ने कहा कि मामले को लेकर वो दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात करेंगी.