दिल्ली में रेखा गुप्ता के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने का बाद यमुना नदी के सफाई का काम जोरों शोरों से जारी है. दिल्ली सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा ने बुधवार को यमुना की सफाई अभियान का बोट क्लब से सिग्नेचर ब्रिज और आईटीओ छठ घाट तक निरीक्षण किया और दावा किया कि बीते 10 दिनों में नदी से 1300 मीट्रिक टन कचरा निकाला गया.
प्रवेश वर्मा ने कहा कि 2023 में दिल्ली को बाढ़ का सामना करना पड़ा था. जिसकी मुख्य वजह फ्लडगेट्स का बंद पड़ा रहना था. लेकिन, अब आगे से बाढ़ का कोई खतरा नहीं होगा. फ्लडगेट्स की मरम्मत कर दी गई और साथ-साथ इसे ऊंचा कर दिया गया.
यमुना रिवर फ्रंट बनाएगी डीडीए
प्रवेश वर्मा ने दोहराया कि दिल्ली के बीजेपी सरकार का संकल्प है कि वह यमुना को पूरी तरह साफ और पुनर्जीवित करना. डीडीए यमुना के किनारों को पुनर्स्थापित करेगा. साथ ही डीडीए अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को शुरू करेगा. नदी को साफ करके यहां डीडीए यमुना रिवर फ्रंट बनाएगी.
पूर्व सीएम पर लगाए ये आरोप
प्रवेश वर्मा ने दावा किया कि पिछली सरकार बीते 10 सालों में यमुना की सफाई करने के लिए कोई काम नहीं की. यहां तक कि कागजों पर भी सरकार ने कुछ नहीं किया. पिछली सरकार को यमुना की सफाई की जरूरत ही महसूस नहीं हुई.
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नदी को गंदा होने से कैसे रोकेगी सरकार?
प्रवेश वर्मा ने बताया कि नदी में गंदगी गिराने वाले 18 बड़े नालों के लिए नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाए जाएंगे. मौजूदा प्लांटों की क्षमता बढ़ाई जाएगी. सभी नए एसटीपी प्लांट का निर्माण अगले दो सालों में पूरा कर लिया जाएगा. लोगों के शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा.