आम आदमी पार्टी (AAP) ने दावा किया है कि पार्टी को बदनाम करने के लिए कुछ मीडिया समूहों को 1,400 करोड़ रुपये बांटे गए. AAP सदस्यों ने इसके लिए बीजेपी और कांग्रेस पर खुलेआम आरोप लगाए.
AAP की यह प्रतिक्रिया हाल ही में पार्टी के कुछ सदस्यों के खिलाफ किए गए स्टिंग ऑपरेशन के जवाब में आया है.
समाचार वेबसाइट 'मीडियासरकार डॉट कॉम' द्वारा जारी स्टिंग ऑपरेशन में AAP के कुछ सदस्यों को बिना जांच-पड़ताल के चंदा स्वीकारते हुए दिखाया गया था.
आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर की गई टिप्पणी में कहा, 'मुझे बताया गया है कि कुछ मीडिया समूहों के बीच 1,400 करोड़ रुपये बांटे गए. ये कौन-से मीडिया समूह हैं?'
आम आदमी पार्टी ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में भी कहा कि वह समाचार वेबसाइट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुरंजन झा और कुछ मीडिया समूहों के खिलाफ मुकदमा करेगी.
साथ ही आम आदमी पार्टी ने संवाददाता सम्मेलन में स्टिंग ऑपरेशन में फंसे अपने सदस्यों को क्लीन चिट दे दी. AAP सदस्य प्रशांत भूषण ने कहा, 'हम जल्द ही समाचार वेबसाइट और कुछ समाचार चैनलों के खिलाफ सिविल व आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे.'
पार्टी सदस्य योगेंद्र यादव ने कहा, 'AAP उम्मीदवारों को बुरा दिखाने के लिए वीडियो के विशेष हिस्से ही दिखाए गए. इस स्टिंग ऑपरेशन के पीछे राजनीतिक साजिश है. हमारे सभी सदस्य ईमानदार और निरपराध हैं.'
AAP ने यह भी कहा कि उसने भारत निर्वाचन आयोग और दिल्ली निर्वाचन आयोग से ऐसे नियम बनाने के लिए याचिका दायर की है, जिससे कि चुनावी माहौल में इस तरह के स्टिंग ऑपरेशनों को प्रसारित करने से पहले सत्यापित किया जा सके. योगेंद्र यादव ने आगे कहा, 'निर्वाचन आयोग इस पर निर्णय लेगा.'
गौरतलब है कि यह स्टिंग गुरुवार को जारी किया गया. इसमें दिल्ली के आर. के. पुरम विधानसभा सीट से आप की उम्मीदवाह शाजिया इल्मी सहित AAP के कई नेताओं को चार दिसंबर को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बिना उचित जांच-पड़ताल के चंदा स्वीकार करते हुए दिखाया गया है.