देश की राजधानी में प्रदूषण से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार 20 नए ऐसे सेंटर खोलने जा रही है जो हवा की गुणवत्ता की बारीकी से जांच करेंगे. सरकार ने दावा किया है कि ठंड की शुरुआत से ठीक पहले अक्टूबर के महीने तक नए पॉल्युशन सेंटर काम करना शुरू कर देंगे.
मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में एक बैठक बुलाई गई थी जहां पर्यावरण विभाग के तमाम अधिकारी, पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अधिकारियों के साथ मिलकर ये फैसला लिया गया है. सरकार के मुताबिक नए स्टेशनों की खरीद और इनके सेटअप का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. नए स्टेशनों में नेटवर्क को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह हवा में प्रदूषण को बारीकी से रिकॉर्ड करेगा.
नए पॉल्युशन स्टेशन का मकसद सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जारी किए निर्देशों को लागू करना भी है. इसकी मदद से दिल्ली और एनसीआर में सर्दियों के मौसम में पीएम 10 और पीएम 2.5, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, ओजोन, अमोनिया, बेंजीन का डाटा कम समय और तेजी से इकट्ठा किया जा सकेगा.
प्रदूषण का सही रिजल्ट आ सके इसलिए इन 20 नए स्टेशनों को शहर के अलग-अलग हिस्सों में स्थापित किया जाएगा. इसके लिए खास तौर से घरेलू इलाके, औद्योगिक क्षेत्र, सरकारी संस्थाओं को चुना जाएगा. आपको बता दें कि ठंड के मौसम में हवा में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है जो सांस की बीमारी झेल रहे लोगों के साथ-साथ आम इंसान की सेहत के लिए भी बड़ा खतरा बन जाता है. फिलहाल देखना होगा कि सरकार प्रदूषण से निपटने के दावों में कितना कामयाब हो पाती है.