कुछ अपराधी अपनी खुशियों की गोद भरने के लिए किसी की भी गोद को सूनी करने का गुनाह करने के लिए हरदम तैयार रहते हैं. ऐसा ही एक वाकया गाजियाबाद में सामने आया है. गनीमत यह रही कि वक्त रहते मामले का पता चल गया और पुलिस ने वक्त पर कार्रवाई करके एक मां को उम्र भर के लिए रोने से बचा लिया.
घटना सोमवार रात की है. नंदग्राम में रहने वाले रमेश की पत्नी बिजली न आने की वजह से घर के बाहर सो रही थी. साथ में उसका नौ महीने का बच्चा भी था. आधी रात के वक्त जब उसकी आंखें खुलीं, तो उसकी आंखों का तारा नजर से ओझल हो चुका था. यह देखकर उसकी आंखों में अंधेरा छा गया.
महिला की चीख-पुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए और तुरंत पुलिस को बच्चा गायब होने की जानकारी दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाके की नाकाबंदी कर बच्चे की तलाश शुरू की.
चेकिंग के दौरान राजनगर एक्स्टेंशन से बच्चे के पडोसी मनोज को पकड़ा गया. पूछताछ में उसने न सिर्फ गुनाह कबूला, बल्कि जो खुलासा किया, उसे सुनकर पुलिस चौंक गई और घरवाले कांप उठे.
अपने साले की पत्नी की सूनी गोद भरने के लिए इसने एक मां की गोद सूनी करने का गुनाह किया था. पुलिस ने उसके साथ-साथ बच्चा चोरी की साजिश के इल्जाम में तीन महिलाओं सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है.
बेशक गाज़ियाबाद पुलिस ने एक मां की गोद सूनी होने से बचा ली, लेकिन गाजियाबाद में अभी दर्जनों ऐसी मां हैं, जिनकी आंखों का तारा काफी अरसे से गायब है और उनकी हसरत भरी आंखें पुलिस पर ही लगी हैं.